आखिर खता किसकी – फुट रहा है नोट की चोट का जनता का सब्र, मानसिक दबाव झेल रहे बैंक कर्मी
यशपाल सिंह
आजमगढ़. आज़ जैसा की उम्मीद थी वही हुआ तीन दिनों बाद मंगलवार को बैंक खुलने से सुबह से ही जनपद भर के बैंको पर भारी भीड़ लगनी शुरू हो गयी थी। लंबी लाइन में लगने के बाद भी बैंकों से रूपये न मिलने से नाराज उपभक्ताओं के सब्र का बांध मंगलवार को टूट ही गया और जगह – जगह लोगों ने अपना आक्रोश निकाला।सरायमीर में बैंक के सामने ही लोग सड़क पर उतर गये। इस दौरान लोगों ने न सिर्फ नेशनल हाइवे को जाम कर दिया बल्कि सड़क पर आगजनी भी की। पुलिस ने किसी तरह लोगों को समझाबुझाकर जाम समाप्त कराया। सरायमीर कस्बे के खरेवा मोड़ स्थित बैंक आफ बडौदा, युनियन बैंक सरायमीर पर सुबह सात बजे से ही लाइन लगी थी। बैंक आफ बड़ौदा 10.45 बजे खुला तो बैंक मैनेजर ने लाइन में लगे लोगों को बताया कि पैसा नहीं आया है, इसलिए भुगतान नहीं हो सकता। इतना सुनने के बाद आक्रोशित हो कर सैकड़ो की संख्या में सड़क पर लोगों ने उतर बलिया-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर दिया। जाम होने से आवागमन ठप हो गया इसके साथ ही गुस्से में लोगों ने सड़क पर पुराने टायर आदि जलाना शुरू कर दिया । सूचना मिलते ही सरायमीर पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुच गयी और लोगों को समझाबुझाकर जाम समाप्त कराने का प्रयास किया लेकिन लोग जिलाधिकारी को मौके पर बुलाने की जिद पर अड़े रहे। मजबूर होकर सब इंस्पेक्टर विजय कुमार सिंह व वाग बहादुर सिंह ने बैंक के शाखा प्रबन्धक को मौके पर बुलाया और प्रबंधक ने आश्वासन दिया कि बुधवार को सभी लोगों को एक समान रूप से प्रति खाता चार हज़ार रूपया उपलब्ध कराया जायेगा। इसके बाद किसी तरह जाम समाप्त हुआ । यही हाल रहा निजामाबाद क्षेत्र के खोदादादपुर स्थित यूवीआई की शाखा का जहाँ में पैसा न होने पर भीड़ ने 11 बजे सड़क जाम कर दिया। आंदोलन कर रहे लोगों ने बैंक प्रबंधन पर जानबूझकर पैसा न देने का आरोप लगाया। जाम की जानकारी होने पर पुलिस मौके पर।