बाघों का खौफ लेकर जी रहे ग्रामीणों का फूटा गुस्सा, जाने फिर क्या हुआ ?
फारुख हुसैन
लखीमपुर खीरी. बाघों के आतंक के बीच जी रहे ग्रामीण गुरुवार की दोपहर वन विभाग के खिलाफ भड़क उठे। गांव वालों ने पहले तो गोला-शाहजहांपुर रोड जाम कर दिया। इसके बाद वन विभाग के दफ्तर पर धावा बोल दिया। नाराज लोगों ने दफ्तर में घुसकर जमकर तोड़फोड़ की और वहां आग लगा दी। रेंजर के आवास में घुसकर गांव वालों ने दरवाजे उखाड़ डाले। सामने बचाव के लिए आए दो वन दरोगाओं को भी गांव वालों ने पीटा। साथ ही मौके पर पहुंची पुलिस की गाड़ी पर पथराव कर दिया।
महेशपुर वन रेंज में पिछले कई सालों से बाघों का आतंक है। बाद हर दूसरे तीसरे दिन किसी ने किसी को निशाना बनाते हैं। एक दिन पहले यहां के अयोध्यापुर गांव में बाघ ने एक गाय को मारा था। गुरुवार की सुबह खेत पर काम करने गए इसी गांव के कंधई पर बाघ ने हमला कर दिया। इस घटना से गांव वालों का गुस्सा भड़क गया और उन्होंने जमकर भड़ास निकाली। गांव वाले नारा लगाते हुए महेशपुर वन रेंज के दफ्तर में पहुंच गए। वहां रेंजर बनारसीदास को मौके पर ना पाकर गांव वालों का गुस्सा और बढ़ गया। उन्होंने रेंजर के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इस बीच सामने खड़े वन दरोगा धर्मेंद्र श्रीवास्तव और राम प्रसाद को पब्लिक ने खींच लिया। दोनों की पिटाई कर दी।
इसके बाद भी पब्लिक का गुस्सा शांत नहीं हुआ। गांव वाले रेंज के दफ्तर में घुस गए और वहां तोड़फोड़ शुरू कर दी। भीड़ में इस कदर गुस्सा था कि रेंजर बनारसी दास के आवास को भी नहीं छोड़ा। रेंजर आवास के गांव वालों ने दरवाजे उखाड़ दिए। इसके बाद वन चौकी में आग लगा दी। सूचना पर पहुंची हैदराबाद पुलिस और फायर ब्रिगेड को भी गांव वालों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। गांव वालों ने पुलिस की गाड़ी पर पथराव कर दिया और फायर ब्रिगेड की गाड़ी को आग बुझाने नहीं दिया। गांव वालों का कहना है कि पिछले कई सालों से इलाके के लोगों के हमले में अपनी जान गवा रहे हैं लेकिन वन विभाग बैठ कर तमाशा देख रहा है। सूचना पर एसडीएम गोला अखिलेश यादव पहुंच गए हैं। उन्होंने गांव वालों से वार्ता की लेकिन गांव वालों ने गोला शाहजहांपुर रोड का जाम नहीं खोला।