फिर किस कहा गए पैसे.
मनोज गोयल
रामपुर. देश में नोट बंदी का फार्मूला अपना कर सरकार ये समझती है कि काला धन उसके पास आएगा मगर शुरू से ही बैक की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगने लगे थे, इसी कार्यप्रणाली पर सोशल मीडिया पर काफी हो हल्ला हुवा यहाँ तक की एक गाना सोशल मीडिया पर पैरोडी बनकर खूब प्रचलित हुआ गाने के बोल थे बैंक वाले बाबु मेरा छुट्टा करा दे. बैंको की संदिग्ध कार्यप्रणाली पर उठे सवालो में आज रामपुर में भी एक सवाल और जुड़ गया.
प्राप्त समाचार के अनुसार और सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार दिनांक 3:12:16 को एस बी आई सिटी ब्रांच रामपुर यूपी मे डायमंड ट्रेडर्स, सांवरिया जी इंटरप्राइजेज ने करीब 20 लाख प्रचालित मुद्रा के जमा किए, तदुपरांत 40 – 50 लोगो को 2-2 हजार का भुगतान कर दिया गया चूकि रूपया दैर से आया था और बैंक बंद करने का समय भी हो गया था बैंकिंग कार्य रुक गया था, दिनांक 4:12:2016 को सुवह 11 वजे यह कह कर खाता धारको को वापस किया जाने लगा कि कैश नही है। आखिर शाम 6 बजे के बाद अगले दिन सुबह तक लगभग 19 लाख रूपया रात रात मे कहा चला गया । बताते चले कि इस ब्रांच में कई बार जनता ने पहले भी अन्नियामितता का आरोप लगाती रही हैi अब देखने वाली बात यह होगी कि जिला प्रशासन किस प्रकार इस नोट की चोट से जनता को आराम दिलवाती है