भू-माफिया हर्षवर्धन को पुलिस भी बता रही गुंडा,पर कार्यवाही से परहेज
हरिशंकर सोनी
सुलतानपुर। कोइरीपुर के व्यवसाइयों से रंगदारी न मिलने पर उनकी हत्या की वारदात को अंजाम देने की दहशत अभी खत्म नहीं हुई थी कि अब व्यवसाइयों पर भू-माफियाओं का कहर शुरू हो गया है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है,जिसमें व्यवसायी के 40 वर्ष पुराने मकान का दरवाजा तोड़कर भू-माफियाओं के जरिए जबरन कब्जाने का प्रयास किया गया। पुलिस भी भू-माफिया को कहती है कि वह गुंडा है,लेकिन जब कार्यवाही की बात आती है तो गोल-मोल जवाब देकर उसे संरक्षण दे रही है।
मामला चांदा थाना क्षेत्र के कोइरीपुर निवासी व्यवसायी नीरज कुमार बरनवाल से जुड़ा हुआ है। जिसका सिंहौली ग्राम स्थित गाटा संख्या 642 में करीब 40 वर्षों से अहाते की जमीन पर कब्जा है। जिसमें कई वर्षों पुराना निर्माण कार्य भी हुआ है। आरोप है कि इसी अहाते की कीमती जमीन पर भू-माफिया हर्षवर्धन उर्फ सुंदरम सिंह व विक्की सिंह निवासीगण सिंहौली की नजर पड़ गयी है। जिस पर वह जबरन कब्जा जमा लेना चाहते हैं। व्यवसायी नीरज के मुताबिक रविवार की रात आरोपीगण हर्षवर्धन व विक्की सिंह अपने साथियों के साथ असलहों से लैस होकर आये आैर उसके दरवाजों को तोड़कर अंदर घुस आये आैर जमीन पर अपना हक जमाने लगे। इस बात की शिकायत थाने तक पहुंची तो पहले थानाध्यक्ष आरोपियों को उनके प्रभाव की वजह से संरक्षण देते रहे। बाद में मामला बढ़ता दिखा तो पुलिस ने हर्षवर्धन व विक्की के खिलाफ मामले में मुकदमा दर्ज किया।
फिलहाल अभी तक किसी भी आरोपी के खिलाफ कोई प्रभावी कार्यवाही नहीं हो पाई है। इस संबंध में चांदा थानाध्यक्ष से बात की गयी तो उन्होंने भी बताया कि हर्षवर्धन ‘गुंडा’ है, दूसरे की जमीन व मकान कब्जाना उसकी आदतो में शुमार है, उसके खिलाफ पहले भी इस तरह के मामले सामने आ चुके हैं, उन्होंने यह भी कहा कि उसकी तलाश पुलिस को ही,लेकिन मामले के विवेचना अधिकारी के अवकाश पर होने के चलते कार्यवाही बाधित है। उनसे जब विवेचक की गैर मौजूदगी में शांतिभंग होने पर कार्यवाही के बावत जानकारी ली गयी तो उन्होंने टाल-मटोल करते हुए गोल-मोल जवाब दिया। पुलिस की इस कारतूत से उनकी कार्यशैली संदेह के घेरे में मानी जा रही है।