बेगाने बन कर अंतिम सफर पर निकले युवक को मिला अपनों का कंधा
समाजसेवी की मेहनत लायी रंग, पहुंचे परिजन
नीरज मिश्रा
प्रयागराज। गंगापार के सराय ममरेज थाना क्षेत्र के पिलखिनी गांव में नीम के पेड़ पर फांसी के फंदे पर लटके मिले युवक की एक सामाजिक कार्यकर्ता की मेहनत ने शिनाख्त करा दी। शनिवार को पहुंचे परिजनों की मौजूदगी में शव का पंचनामा भरा गया। उसके बाद अंत्य परीक्षण हेतु चीरघर भेज दिया।
भदोही जनपद के सुरियावां थानांतर्गत सवतपुर गांव निवासी कैलाश पति यादव (25) पुत्र धर्मराज यादव की शादी ऊषा देवी के साथ हुई थी। उसके एक पुत्र व दो पुत्री हैं। वह स्नातक की पढ़ाई करने के बाद खेती किसानी करने लगा था। वह घर से 25 अक्टूबर को सुबह निकला था। 26 अक्टूबर को वह सराय ममरेज थाना क्षेत्र के पिलखिनी गांव के सामने नीम के पेड़ में लूंगी के फंदे से फांसी पर लटका मिला था। उस वक्त उसकी शिनाख्त नहीं हो पाई थी। उसके दाहिने हाथ में गोदना से के पी वाई लिखा था। सराय ममरेज पुलिस ने अज्ञात में शव को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया था।
चीरघर में समाजसेवी मो. आरिफ ने लाश की फोटो लेकर सोशल मीडिया में वायरल किया। पुलिस को सूचना दी। तब जाकर परिवार को पता चला। शनिवार को उसका भाई सुरेश कुमार व चाचा श्रवण कुमार चीरघर पहुंचकर उसकी पहचान किए। इस तरह समाजसेवी मो. आरिफ की मेहनत की वजह से एक मृतक को अपनों का कंधा नसीब हो गया।