वाहिद चौहान के बाद अब इरशाद फारुकी ने किया सीकर का नाम उंचा
अब्दुल रज्जाक थोई.
जयपुर – सन् 1993 मे सीकर के युवा फिल्म निर्माता वाहिद चौहान को उनकी फिल्म “मुहाफीज” के निर्माण के लिये काफी स्क्रीनींग के बाद भारत मे बेस्ट फिल्म मेकर का अवार्ड तत्कालीन राष्ट्रपति डा.शंकर दयाल शर्मा के हाथो राष्ट्रपति भवन मे आयोजीत एक समारोह मे देकर सम्मानीत किया गया था। ज्ञात रहे बेस्ट फिल्म मेकर का अवार्ड पाने वाले वाहिद चौहान पहले व आज तक के एक मात्र राजस्थानी फिल्म निर्माता है। वाहिद चौहान ने बताया की उन्होने मुहाफीज के अलावा भी अनेक फिल्मो का निर्माण किया था। जिनमे फिल्म मुहाफीज आस्कर अवार्ड के लिये भी भारत की तरफ से नामित की गई थी।
इसी तरह सीकर के ही इरशाद फारुकी को भारत का शीर्ष “शिल्पी गुरु अवार्ड” अगामी नौ दिसम्बर को राष्ट्रपति भवन मे एक समारोह मे राष्ट्रपति प्रवण मुखर्जी के हाथो देकर सम्मानीत किया जायेगा। इरशाद फारुकी ने बताया कि उन्होने अरबी मे लकड़ी पर केलीग्राफी करने के बाद वो देश-विदेश की अनेक प्रदर्शनी व मेलो मे भाग लेते आ रहे है। उनकी इस कला पर उनको अनेक अवार्ड उन्हे मिल चुके है लेकिन अगामी नौ दिसम्बर को मिलने वाले अवार्ड की सुचना मात्र से उन्हे खुशी महसूस हुई है। वो इस शिल्प कला के शीर्ष अवार्ड को मिलना अल्लाह पाक का करम बताते हुये सभी से दुवा की दरख्वास भी करते है। कुल मिलाकर यह है कि वाहीद चोहान व इरशाद फारुकी राजस्थान के सीकर शहर के एक ही मोहल्ले हुसैनगंज के निवासी है। दोनो ने अपने अपने फिल्ड मे शिर्ष स्थान पर रहकर सीकर का नाम रोशन किया व कर रहे है।