जब रियाज़ में एक बैठक में ईरानी कमान्डर जनरल सुलेमानी की हत्या करने की बात हुई द न्यूयॉर्क टाइम्ज
आफ़ताब फ़ारूक़ी
ईरान की आईआरजीसी फ़ोर्सेज़ की क़ुद्स ब्रिगेड के कमान्डर मेजर जनरल क़ासिम सुलैमानी
अमरीकी दैनिक अख़बार द न्यूयॉर्क टाइम्ज़ का कहना है कि रियाज़ में एक बैठक में ईरान की कु़द्स ब्रिगेड के कमान्डर जनरल सुलैमानी की हत्या के बारे में बात हुयी थी।
सऊदी सैन्य कमान्डर मेजर जनरल अहमद असीरी कि जिन्हें पत्रकार जमाल ख़ाशुक़जी की हत्या के मामले में नौकरी से निकाल दिया गया है, 2017 में रियाज़ में उस बैठक में शामिल थे जिसमें ईरानी कमान्डर मेजर जनरल क़ासिम सुलैमानी की हत्या और ईरान की अर्थव्यवस्था को नुक़सान पहुंचाने की योजना पर चर्चा हुयी थी। अमरीकी दैनिक अख़बार द न्यूयॉर्क टाइम्ज़ ने 3 सूत्रों के हवाले से यह बात कही है।
द न्यूयॉर्क टाइम्ज़ की रविवार की रिपोर्ट के अनुसार, मार्च 2017 में यह बैठक हुयी जिसमें व्यापारियों ने भाग लिया और ईरान की अर्थव्यवस्था को प्राइवेट इंटेलिजेन्स अधिकारियों के ज़रिए नुक़सान पहांने के लिए 2 अरब डॉलर के ख़र्च पर आधारित योजना पेश की थी।
इस अख़बार के अनुसार, “युवराज मोहम्मद बिन सलमान के निकटवर्ती सऊदी इंटेलिजेन्स अधिकारियों ने पिछले साल व्यापारियों के एक छोटे गुट से प्राइवेट कंपनियों के ज़रिए उन ईरानियों की हत्या के लिए कहा था जो सऊदी अरब के दुश्मन हैं।”
यह बैठक ऐसे हालात में हुयी जब बिन सलमान सऊदी अरब की सत्ता पर अपनी पकड़ मज़बूत करने की कोशिश में लगे थे। इस रिपोर्ट के अनुसार, पत्रकार जमाल ख़ाशुक़जी जैसे विरोधी लोगों की हत्या की योजना, बिन सलमान के सत्ता पर पकड़ मज़बूत बनाने के समय से शुरु हुयी।
द न्यूयॉर्क टाइम्ज़ के अनुसार, जिस समय बैठक में मौजूद लोग अपनी योजना के लिए सऊदी अरब से फ़न्ड पाने की कोशिश कर रहे थे, सऊदी सैन्य अधिकारी मेजर जनरल अहमद असीरी के वरिष्ठ सहायक ने ईरान के मेजर जनरल क़ासिम सुलैमानी की हत्या करने के बारे में भी पूछा था।
ईरान के विदेश मंत्रालय ने वॉशिंग्टन पर तेहरान के ख़िलाफ़ व्यापक मनोवैज्ञानिक जंग छेड़ने का इल्ज़ाम लगाते हुए बल दिया है कि अमरीका की इस तरह की चालों पर ध्यान देने की ज़रूरत नहीं है।