जब तक मैं जिन्दा हु संघ पर कोई प्रतिबन्ध नही लगा सकता – उमा भारती
अनीला आज़मी
इंदौर: संघ पर कांग्रेस के चुनावी वायदे के बाद सियासत गरमा रही है। एक तरफ भाजपा संघ के बचाव में सामने आ रही है वही कांग्रेस भी इस मुद्दे पर यूटर्न लेने की सोच रही है। मध्यप्रदेश में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखाओं में सरकारी कर्मचारियों के जाने पर रोक लगाने के कांग्रेस के चुनावी वादे को लेकर सूबे की चुनावी सियासत में उबाल के बीच केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने संघ के प्रति समर्थन जताते हुए कहा कि संघ पर किसी तरह का प्रतिबंध नहीं लगाया जा सकता, क्योंकि यह संगठन एक विचारधारा के रूप में उन जैसे कई लोगों के मन में बसा है।
उमा भारती ने कहा, “संघ एक राष्ट्रवादी विचारधारा है जो हम सबके अंदर बसी है। यही वजह है कि संघ या इसके किसी कार्यकर्ता का कभी औपचारिक पंजीयन नहीं कराया जाता”। केंद्रीय मंत्री ने कहा, “जब तक हम लोग मर नहीं जाते, तब तक संघ पर प्रतिबंध नहीं लगाया जा सकता। हम जब तक ज़िंदा रहेंगे, संघ हमारे भीतर बना रहेगा”। उमा ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को ऐसा नेता करार दिया, जिसमें गंभीरता का घोर अभाव है।
उमा भारती ने कहा, “राहुल हर जगह केवल फोटो खिंचवाने और पिकनिक मनाने जाते हैं। कांग्रेस के लोगों को अच्छा कार्यकर्ता बनने के लिये भाजपा से प्रशिक्षण लेना चाहिये”। उमा ने वर्ष 2003 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की तत्कालीन दिग्विजय सिंह सरकार के खिलाफ भाजपा के अभियान की अगुवाई की थी। इन चुनावों में भाजपा ने विजय हासिल की थी और पिछले 15 सालों से यह पार्टी सूबे की सत्ता में बरकरार है। वर्ष 2003 के विधानसभा चुनावों और सूबे के आसन्न विधानसभा चुनावों में अंतर पूछे जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “तब हमारा मुकाबला कांग्रेस की तत्कालीन सरकार की गलत करतूतों से था। अब हमें लोगों की आशाओं पर खरा उतरना है”। उमा ने कहा, “सूबे में 28 नवम्बर को होने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा के सामने कांग्रेस टक्कर में कहीं नहीं है। राज्य हो या केंद्र, कांग्रेस जिम्मेदार विपक्ष की भूमिका निभाने में नाकाम रही है”।
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में कहा है कि अगर वह सरकार बनाती है तो सरकारी कार्यालयों और परिसर में संघ की शाखा नहीं लगने दी जाएगी। साथ ही पार्टी अपने पिछले फैसले को भी वापस लेगी जिसमें सरकारी कर्मियों को आरएसएस की शाखा में जाने की इजाजत दी गई है। हालांकि मध्यप्रदेश कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ ने कहा है कि प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए दो दिन पहले जारी अपने ‘वचन पत्र’ में पार्टी ने, या उन्होंने आरएसएस पर प्रतिबंध लगाने की बात नहीं कही और न ही इस तरह की उनकी कोई मंशा है। कमलनाथ ने कहा, ‘‘हमने कभी नहीं कहा कि हम आरएसएस पर प्रतिबंध लगाएंगे। न हमारी ऐसी मंशा है। मैंने या कांग्रेस पार्टी ने कभी नहीं कहा कि हम आरएसएस पर प्रतिबंध लगायेंगे।”