भोजपुर में आतंक का पर्याय बना हीरो पुलिस मुठभेड़ में ढेर, जेएचवी गोलीकाण्ड का आरोपी कुंदन हिरासत में
गोपाल जी
भोजपुर (बिहार). आतंक का दूसरा नाम और पुलिस के लिए सिरदर्द बना कुख्यात हीरो एसटीएफ के साथ हुई मुठभेड़ में मारा गया। वहीं उसके दो साथियों अभिषेक व कुंदन को एसटीएफ की टीम ने गिरफ्तार कर लिया। भोजपुर जिले के एसपी के नेतृत्व में पुलिस ने हीरो को पीरो के बराव गांव में मुठभेड़ के दौरान देर रात मार गिराया।हीरो पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था। उसने हत्या सहित कई संगीन वारदातों को अंजाम दिया था। वह पुलिस की आंखों में धूल झोंककर फरार चल रहा था। अंततः मंगलवार को एसपी आदित्य कुमार के नेतृत्व में पुलिस ने हीरो को पीरो थाना क्षेत्र के बराव गांव के समीप मार गिराया। इसके पहले पुलिस उसके दो साथियों अभिषेक व कुंदन को गिरफ्तार करने में सफल रही।
पकडे गए बदमाश में एक जेएचवी माल गोलीकांड का अभियुक्त है
इस मुठभेड़ में पकड़े गये एक साथी का नाम कुंदन है बताया जा रहा है की यह वही कुंदन है जो जेएचवी माल के गोली कांड में शामिल था, वाराणसी पुलिस अन्य जानकारी लेने में जुट गयी है। कुंदन के पकड़े जाने से कैंट पुलिस व क्राइम ब्रांच ने राहत की सास ली है। देश में अपने तरह की पहली घटना जेएचवी मॉल में डबल मर्डर था। पीएम नरेन्द्र मोदी का संसदीय क्षेत्र होन के चलते सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस घटना को लेकर सख्त रुख अपनाया था।
एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने आरोपियों को पकडऩे के लिए पुलिस की 12 टीम लगायी थी। क्राइम बा्रंच प्रभारी विक्रम सिंह ने इस मामले से जुड़े रोहित सिंह को गिरफ्तार कर बड़ा खुलासा किया था इसके बाद घटना का मुख्य आरोपी आलोक उपाध्याय को भी क्राइम ब्रांच प्रभारी व इंस्पेक्टर राजीव रंजन उपाध्याय ने कैंट पुलिस स्टेशन से गिरफ्तार किया था इसके बाद भी हत्या करने वाले दोनों शूटर कुंदन व ऋषभ फरार चल रहे थे।
कैसे मारा गया आतंक का पर्याय हीरो
पुलिस को सूचना मिली कि कुख्यात हीरो व उसके कुछ साथी पीरो इलाके में मौजूद हैं। सूचना के आधार पर हीरो की टोह में दलबल के साथ निकले एसपी का पीरो थाना क्षेत्र के जितौरा बाजार में उससे आमना-सामना पर हो गया। पुलिस को देखते ही हीरो और उसके सहयोगियों ने फायरिंग शुरू कर कर दी। पुलिस वाले जबतक संभलते तबतक हीरो और उसके साथी भाग कर जितौरा बाजार से सटे हाटपोखर गांव में छिप गए। पुलिस ने जब गांव की नाकेबंदी कर सर्च आपरेशन शुरू किया तो उसके दो साथी अभिषेक व कुंदन हत्थे चढ गये, लेकिन शाम ढलने तक हीरो नहीं मिल पाया। पुलिस का सर्च ऑपरेशन जारी रहा। बताया जाता है कि शाम ढलने के बाद एक घर में छुपा हीरो अंधेरे का लाभ उठाते हुए पुलिस को चकमा देकर भागने लगा, लेकिन पुलिस की नजरों से बच नहीं पाया। पुलिस ने भागते हीरो को बराव गांव के पास मार गिराया।
दो लोगों को मौत देने के बाद बिहार भाग गये थे तीनों बदमाश
कुंदन सेठव ऋषभ दोनों बिहार के आरा के निवासी थी। कुंदन नारायनपुर आरा भोजपुर का निवासी थी। डबल मर्डर का मुख्य आरोपी आलोक उपाध्याय चंदौली का निवासी था और महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के आईआरपीएम का छात्र था। कुंदन व ऋषभ दोनों ही काशी विद्यापीठ में प्रवेश लेना चाहते थे और बनारस में किराये का मकान लेकर रहते थे। पुलिस विभाग में इस बात तक की चर्चा थी कि जेएचवी मॉल के आरोपियों को पकडऩे के दौरान किसी तरह का हमला करते हैं तो पुलिस गोली चलाने का मौका नहीं छोडऩे वाली है, लेकिन अभी तक पुलिस को मौका नहीं मिला और दो आरोपी पकड़े गये।