नियमो की धज्जियां – यातायात माह और सूबे के मुखिया ने बिना हेलमेट के बाइक सवारों को दिखाया हरी झंडी
ईदुल अमीन
वाराणसी। कहा जाता है समर्थ को नही दोष गुसाईं। उसका जीता जागता उदाहरण आज वाराणसी में भाजपा की बाइक रैली में देखने को मिला जब सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने आज शनिवार को सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय से हरी झंडी दिखा कर बीजेपी की कमल संदेश बाइक यात्रा को रवाना किया है। सूबे के मुखिया योगी व पुलिस प्रशासन के सामने ही बीजेपी कार्यकर्ताओं ने बिना हेलमेट पहने बाइक चला कर कानून की धज्जिया उड़ा डाली। सूबे के मुख्यमंत्री के सामने ही कानून का अनुपालन नहीं हुआ है जबकि नवम्बर में यातायात माह चलाया जाता है और हेलमेट नहीं पहनने वाले आम लोगों का चालान काटा जा रहा है। मगर यहां बात सत्ता की है तो नियम भले ताख पर रहे मगर काम पार्टी का होना चाहिये। सूबे के मुखिया और आला अधिकारियों के सामने उड़ी नियमो की इस धज्जियो पर प्रशासन ने आंखे बंद कर लिया, वही सत्ता रूढ़दल ने कोई बयान नही दिया।
सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वद्यिालय से सीएम योगी आदित्यनाथ ने कमल संदेश बाइक यात्रा को रवाना किया है। सीएम योगी के खुद बाइक की सवारी करने की संभावना कम है। कार्यक्रम स्थल में बीजेपी कार्यकर्ता डटे हुए थे और जमकर नारेबाजी हो रही थी। जिला व पुलिस प्रशासन के आला अधिकारी भी मौके पर मौजूद थे इसके बाद भी किसी ने बिना हेलमेट पहने बीजेपी कार्यकर्ताओं के बाइक चलाने पर कोई कार्रवाई नहीं की। मामला सत्ता पक्ष से जुड़ा हुआ था इसलिए वरिष्ठ अधिकारियों ने भी चुप्पी साधी हुई है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बाइक रैली को रवाना करने से पहले कार्यकर्ताओं को संबोधित भी किया। सीएम योगी ने कहा कि काशी की अपनी एक पहचान है। पीएम नरेन्द्र मोदी ने यहां पर विकास की गंगा बहा दी है जिसके बाद विकास को लेकर भी काशी की अलग पहचान हो चुकी है। सीएम ने कहा कि केन्द्र सरकार की योजनाओं से करोड़ों लोगों को लाभ पहुंचा है। बीजेपी कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी है कि अभी तक वंचित रह गये लोगों को योजनाओं का लाभ बताने के साथ लाभार्थियों को पार्टी के साथ जोड़ा जाये।
कार्यक्रम में भीड़ जुटाने की पार्टी की कवायद सफल रही है। मोटरसायकल पर काशी भर्मण हेतु पार्टी कार्यकर्ता निकल चुके है। अब देखना होगा कि 2019 में इसका कितना लाभ भाजपा को मिलता है।
(फ़ोटो और समस्त इनपुट साभार पत्रिका)