मऊ – ग्राम प्रधान प्रतिनिधि और एडीओ एजी के बीच आवास आवंटन में भ्रष्टाचार को लेकर जमकर हुई गाली गलौंज
सरकारी कर्मचारी पर दस हज़ार रुपया घुस लेकर आवास आवंटन का आरोप लगा पीड़ित पहुचे ब्लाक कार्यालय
मुकेश यादव
मऊ : शनिवार को जनपद के फतहपुर मंङाव ब्लाक मे उस समय अफरा तफरी का माहौल कायम हो गया जब ग्राम प्रधान पति गौतम गुप्ता तथा एङीओ (एजी) के बीच जमकर गाली गलौज होने लगी, दोनों ही पक्ष एक दुसरे पर सरकारी आवास आवंटन मे दस हजार रूपया घूस लेने का आरोप प्रात्यारोप लगने लगा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार फतहपुर मंडाव ब्लाक मे सरकारी आवास आवंटन के लिये लाभार्थियो की पात्रता श्रेणी की जांच के लिये जिला मुख्यालय से अधिकारीयों कि टीम गठित किया गया है। जिसके क्रम मे एडीओ एजी द्वारा फतहपुर मंडाव ब्लाक के ग्रामसभा लोकया में एक हफ्ते से जांच किया जा रहा था। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि गौतम गुप्ता का आरोप है कि एडीओ एजी दस हजार रूपया आवास के लिये माँग रहे थे। जो लोग पैसा नही दिये उनका नाम पात्र सूची से काट दिये है। आज जब उसी के सन्दर्भ मे बात करने ब्लाक पर गया तब एडीओ एजी रामप्रकाश गाली गलौज कर मारपीट पर उतारू हो गया, और फिर बाद मे बताया गया है कि हमारे खिलाफ थाने मे मुकदमा भी लिखा दिया है।
इस सम्बन्ध मे एङीओ एजी रामप्रकाश का कहना है कि मेरे ऊपर गलत आरोप प्रधान प्रतिनिधि गौतम गुप्ता लगा रहे है हमने किसी से पैसा नही माँगा है. वही ग्राम कठघरा शंकर के ग्राम प्रधान अवधेश गिरी का कहना है कि एङीओ एजी भ्रष्ट है बिना पैसा का कोई आवास पास नही होने दे रहा है। यही नहीं लोकया गांव के कई लाभार्थियों ने ब्लाक मुख्यालय पर बीङीओ के सामने एङीओजी पर रूपया मांगे जाने का आरोप लगाया वही ब्लाक के कर्मचारी अधिकारी एडीओ एजी को के पक्ष में खड़े है और उसके समर्थन में बोल रहे है तथा एक सिरे से पैसा मागने की बात को नकार रहे थे।
खण्ड विकास अधिकारी निवेदिता सिंह का कहना था कि एडीओ एजी पैसा माग रहे है, तो ग्राम प्रधान को मुझे बताना चाहिये था। मामला जो भी हो लेकीन भर्ष्टाचार के दल दल मे बुरी तरह फंसा ब्लाक कि ब्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। जहा सामने खड़े होकर पीड़ित अथवा कथित पीड़ित सरकारी कर्मचारियों पर घूसखोरी का आरोप लगा रहे है. इस क्रम में ब्लाक कार्यालय को अपनी साख बचाना मुश्किल समझ आ रहा है.