दुनिया में सबसे पहला बेटी बचाओ अभियान हज़रत मुहम्मद साहब (स.अ.) ने चलाया – असलम चर्तुवेदी
जावेद अख्तर
मधेपुरा,बिहार। जिसमें सहरसा प्रमण्डल के तीनों जिला सहरसा जिला मधेपुरा जिला सुपौल में हजारों की संख्या से लोगों ने कपकपाती ठंड मे शिरकत की । वही अकल कुआँ गुजरात से मौलाना अब्दुल रहमान, मौलाना असलम चर्तुवेदी मधुबनी बिहार एंव हाफिज निजामुद्दीन के नेतृत्व मे संयुक्त रूप से प्रोग्राम का आगाज किया गया जबकि मौलाना असलम चर्तुवेदी मधुबनी ने सर्वप्रथम अपने सम्बोधन में विशेष रूप से कोशी प्रमण्डल के तीनों जिला सहरसा जिला मधेपुरा जिला सुपौल से हज़ारों की संख्या में आए हुवे श्रद्धालुओं के मटकूरीया त्रिवेनीगंज प्रखंड सुपौल ही नही बल्कि संपूर्ण कायनातों के लिए आईडीयल बनाकर भेजा गया
उन्होंने कहा जब हजरत मोहम्मद साहब (स.अ.) इस दुनिया में तशरीफ फरमा हुवे तब उस जमाने में लोगों के घरों जब छोटी सी बेटियां पैदा होती थी, तब लोगों ने अपने बेटियों को जमीन मे जिंदा गाड़ दिया करते थे, तब अल्लाह के रसूल हजरत मोहम्मद साहब को इस दुनिया मे अतिंम नवी बना कर भेजे गए और बुराई को खत्म करने का काम किए। इसमें लगभग 1458 ई0 इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक पहले ही अल्लाह ताआला ने जब अपने पाक कलाम कुरान मजीद इस दुनिया में नाजील की और पहली शब्द उसमे यही थी, पढो और अपने बच्चे को दीनी व दुनियावी तालीम दें।
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से मदरसा के संगे बुनियाद के मौके पर आर एन पाॅली क्लिनिक त्रिवेनीगंज के और से इस जलशा ए कान्फ्रेंस में मेडिकल कैंप की सम्पूर्ण व्यवस्था की गई थी, वही क्लिनिक के डायरेक्टर डाॅ.अब्दूल मन्नान राईन एंव जेनरल सेक्रेटरी हाफिज नसीम इकबाल ने कौमी खिदमत में नि:शुल्क मेडिकल कैंप लगाकर आम अवामों के स्वास्थ्य जाँच व फ्री दवाईयां वितरण किया साथ ही आर एन पाॅली क्लिनिक त्रिवेनीगंज के और से इस जलशा ए कान्फ्रेंस मे आए हुवे सभी उलमा ए दीन को शाॅल, डायरी, पैन से लगभग 50 को सम्मानित किए।