अक्षयवट दर्शन का शहरियों को पहले मिलेगा मौका
तारिक खान
प्रयागराज : किला स्थित मूल अक्षयवट का दर्शन करने का शहर के लोगों को पहले मौका मिलेगा। इसके लिए अक्षयवट का द्वार कुंभ मेले के एक हफ्ते पहले ही खोलने की तैयारी की जा रही है। फिलहाल, किले में कराए जा रहे कार्यों के पूरा होने पर एक दिन ट्रॉयल होगा।
नई सड़क का हो रहा निर्माण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ऐतिहासिक घोषणा के बाद मूल अक्षयवट दर्शन के लिए किला के अंदर नई सड़क का निर्माण कराया जा रहा है। इसके अलावा पातालपुरी का जीर्णोद्धार और सरस्वती कूप का सौंदर्यीकरण कराया जा रहा है। लगभग ढाई करोड़ रुपये से कार्य हो रहे हैं।
पीएमओ को भेजी रिपोर्ट
किले में कराए जा रहे विकास कार्यों की रिपोर्ट दो दिन पहले पीएमओ को भेजी गई थी। बताते हैं कि अब तक 80 फीसद से ज्यादा काम हो गया है। अक्षयवट दर्शन को कुंभ मेला प्रशासन की ओर से नोडल अफसर बनाए गए एडीएम दिलीप कुमार त्रिगुनायत का कहना है कि विकास कार्यों को पूरा करने की डेडलाइन पांच जनवरी निर्धारित की गई है। इसके बाद एक दिन ट्रॉयल के रूप में दर्शन कराया जाएगा। फिर लगभग एक हफ्ते तक स्थानीय लोगों के लिए अक्षयवट का दर्शन कराया जाएगा। उनका कहना है कि इस अवधि में शहर के ज्यादातर श्रद्धालु दर्शन कर लेंगे। कुंभ 15 जनवरी से शुरू होगा तो उसके बाद मेला में आने वाले श्रद्धालु अक्षयवट का दर्शन कर सकेंगे। चूंकि स्थानीय श्रद्धालु अक्षयवट का दर्शन पहले ही कर चुके होंगे इसलिए मेला के दौरान कुछ दबाव कम होगा।
प्रवेश द्वार से हट रहा मलबा, निकास गेट का काम पूरा
अक्षयवट दर्शन के लिए किला के अंदर तैयारियां जोरों पर है। किला के संगम की ओर वाले गेट पर जहां से अक्षयवट के लिए नया रास्ता बनाया जा रहा है, वहां पर तोड़ी गई किले की दीवार का मलबा हटाया जा रहा है। जबकि निकास द्वार के बाहर का रास्ता बनकर तैयार हो गया है। किले के अंदर जो भी मार्ग बनाया जा रहा है, उसका भी काम तेजी पर है। पातालपुरी में जीर्णोद्धार का कार्य तेज हो गया है। किला गेट से पातालपुरी में शिफ्ट किए गए राधाकृष्ण रामजानकी मंदिर की दीवार बनाई जा रही है।
नौ फीट परिधि में होगा सरस्वती कूप का चबूतरा
सरस्वती कूप का चबूतरा भी तीन फीट से बढ़ाकर नौ फीट की परिधि में किया जा रहा है। यहां पर सरस्वती की बड़ी मूर्ति स्थापित की जा रही है। सरस्वती कूप से किला के निकास द्वार तक मार्ग का काम भी तेजी पर है। सैन्य अफसरों ने विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया।