दम तोड़ रही ग्रीटिंग कार्ड की परम्परा, नव वर्ष पर सोशल मीडिया पर बधाईयों का तांता
प्रदीप दुबे
वर्ष 2018 अपनी बिदाई के लिये आखिरी सांस गिन रहा है।जबकि नववर्ष 2019 आने को बेताब है। पुराने को अलविदा करनये साल के स्वागत की तैयारियां जोरशोर से शुरु है।हालांकि बदलते परिवेश में एक-दूसरे को बधाई देने के तौर- तरीके पर व्यापक बदलाव आया है। ग्रीटिंग कार्ड देकर लोगों को नववर्ष विश करना , जहां बीते जमाने की बात हो चुकी है । वहीं सोशल मीडिया पर बधाइयों का तांता लगा है।
महज एक दशक पहले तक नववर्ष की बधाइयां ग्रीटिंग कार्ड के माध्यम से दी जाती थी। हांलाकि सूचना क्रांति ने ग्रीटिंग कार्ड प्रथा को समाप्त करने में महती भूमिका निभाई है। रही-सही कसर सोशल मीडिया ने पूरी कर दी। फेसबुक, व्हाट्सएप सहित विभिन्न माध्यम से लोगों को बधाई देने का सिलसिला शुरू हो चुका है। यही कारण है कि नए वर्ष के अवसर पर ग्रीटिंग कार्ड बेचकर हजारों कमाने वाले हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। आलम यह है, कि दो-तीन वर्ष पुराने स्टाक के कार्ड धूल फांक रहे हैं। यदा कदा किसी को ग्रीटिंग कार्ड की खरीदारी करते देखा जा रहा है। जिसमें चाइनीज ग्रीटिंग कार्ड को ही लोग पसंद कर रहे हैं।
बताते हैं कि पहले नववर्ष के अवसर पर जिले की बाजारों में ग्रीटिंग कार्ड से दुकानें पट जाती थी , तथा खरीदारों का दुकानों पर तांता लग जाता था। लेकिन अब बाजारों में इक्का-दुक्का ही ग्रीटिंग कार्ड की दुकानें देखी जा रही है। वहीं कुछ दुकानदारों ने बताया कि बीते कई वर्षों से इसी हाल के चलते ग्रीटिंग कार्ड विक्रेताओं को नुकसान भी उठाना पड़ रहा है।