माँ और मासूम बेटी की अज्ञात लाश प्रकरण – भूसे में सूई की तरह तलाश किया पुलिस ने आरोपी को, हत्याभियुक्त गिरफ्तार
फारुख हुसैन
मैलानी खीरी। बीते दिनों थाना क्षेत्र के टेढ़वा पिकट के पास मानपुर जंगल में मिली एक अज्ञात महिला एवं बच्ची की लाश की स्थानीय पुलिस ने गुत्थी सुलझा ली व शव की शिनाख्त कर हत्यारे को जेल भेजा। घटना बीती 28 दिसंबर की है जब दोपहर के समय थाना मैलानी पुलिस को सूचना मिली की टेढ़वा पिकट के सामने वाले मानपुर जंगल में एक अज्ञात महिला एवं बच्ची की गंभीर रूप से जली हुई लाश पड़ी हुई है। मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। शवों के पास के पास मिले जले हुए कपड़े एवं टूटे हुए मोबाइल और एक पर्स को अपने कब्जे में लेकर जांच पड़ताल शुरू कर दी।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में महिला एवं बच्ची की गला दबाकर हत्या के बाद उनको जलाने की पुष्टि हुई। पुलिस की कार्यवाही हत्यारे को पकड़ने को लेकर तेज हो गई। पुलिस के पास इन शवों की शिनाख्त को लेकर के कोई ठोस आधार नहीं था। बार-बार घटनास्थल की छानबीन करने के बाद भी कोई ठोस साक्ष्य नहीं मिला। शवों के पास मिले एक पर्स पर लिखे पते के सहारे एक पुलिस टीम छानबीन करने के लिए बुलंदशहर पहुंची। वहां पर जिस महिला और बच्चे की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज थी वह महिला एवं बच्ची हरियाणा में मिल गई और पुलिस टीम को खाली हाथ मैलानी वापस लौटना पड़ा।
पुलिस कप्तान पूनम के द्वारा इस केस पर बराबर निगरानी रखी जा रही थी। इस केस को खोलने के लिए स्थानीय पुलिस के साथ साथ क्राइम ब्रांच की भी टीम को भी लगाया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए मैलानी प्रभारी निरीक्षक आलोक मणि त्रिपाठी के छुट्टी जाने पर उनकी जगह लाइन से बृजेश चंद तिवारी को मैलानी भेजा गया और सबसे पहला काम इस केस की तह तक जाकर शीघ्र ही इसका वर्क आउट करने का जिम्मा उनको सौंपा गया।
पुलिस ने एक बार फिर अपनी छानबीन घटनास्थल से शुरू की और घटनास्थल के आसपास की साफ सफाई कराकर के सबूत ढूंढने का काम किया गया। इसी दौरान पुलिस को झाड़ियों में टूटे हुए मोबाइल का एक हिस्सा मिल गया। जिस पर ईएमआई नंबर लिखा हुआ था। इसी ईएमआई नंबर के सारे पुलिस ने कॉल डिटेल निकलवाई और हत्यारे तक पहुंच गयी।
पुलिस ने बताया कि हत्यारा विमलेश कुमार यादव पुत्र लालता प्रसाद यादव निवासी खरेहटा थाना मैलानी जो कि गाजियाबाद में अल्फा केबल कंपनी में काम करता था। काम करने के दौरान गाजियाबाद निवासी गीता से उसका प्रेम संबंध हो गया और उन्होंने बीती 11 मार्च को शादी कर ली। गीता की एक 6 वर्ष की बच्ची भी थी जो उसके पहले पति की थी। कुछ दिन पूर्व से गीता द्वारा मुंबई निवासी किसी युवक से फोन पर बार बार बात करना व मुंबई जाने की जिद करना विमलेश को नागवार लगने लगा। वह उस पर शक करने के साथ साथ उसको मारने की योजना बनाने लगा। उसको मारने की योजना के चलते बीती 27 दिसंबर को गाजियाबाद से अपनी पत्नी गीता एवं उसकी बच्ची को मुंबई ले जाने के बहाने 28 दिसंबर को अपने गांव के नजदीक मानपुर जंगल ले आया। जंगल के अंदर गांव में किसी दोस्त से पैसे लेने को लेकर उसे जंगल के अंदर ले गया। मौका पाकर उसने दोनों का गला दबा कर उनकी हत्या कर दी। शवों की पहचान मिटाने को लेकर उन पर कपड़े इत्यादि डालकर आग लगा दी और शवों को पूरी तरीके से जला दिया। इसके बाद वह मौके से भाग कर अपने गांव खरेहटा मे चुपचाप रहने लगा। सोमवार की सुबह संसारपुर चौराहे से पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जब वह कहीं भागने की फिराक में वहां खड़ा था।
अभियुक्त को पकड़ने वाली टीम में मैलानी थाना प्रभारी निरीक्षक बृजेश चंद तिवारी, शिव कुमार, उपनिरीक्षक अजय कुमार मिश्रा, कांस्टेबल राजेश कुमार, नितिन कुमार, योगेश तोमर, परिक्षित चौरसिया, अजीत सिंह, कुलदीप सिंह, संजय कुमार शामिल रहे।