कुंभ मेलाः पूर्णिमा पर आज शुरू हुआ दूसरा बड़ा स्नान पर्व
अंजनी राय
पौष पूर्णिमा पर प्रयागराज कुंभ में सोमवार को दूसरा बड़ा स्नान पर्व है। इस स्नान पर्व का प्रभाव दो दिन रहेगा। स्नान, दान और जप-तप की पौष पूर्णिमा का व्रत-पूजन रविवार से शुरू हो चुका है, जबकि स्नान-दान सोमवार को करना पुण्यकारी है। इसी दिन से संगम में स्नान करने के साथ त्याग-तपस्या का प्रतीक कल्पवास भी शुरू हो गया है।
कुंभ के दूसरे प्रमुख स्नान पर्व पौष पूर्णिमा पर सोमवार सुबह नौ बजे तक लगभग बीस लाख श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई। कुंभ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि भीड़ बढ़ती ही जा रही है। उम्मीद है कि शाम तक 60 लाख लोग त्रिवेणी स्नान करेंगे।
श्रद्धालुओं के आवागमन में किसी प्रकार की असुविधा न हो इसके लिए यातायात व भीड़ प्रबंधन का मेगा प्लान बनाया गया है। स्नान घाटों तक जाने और आने के लिए अलग रूट तय किए गए हैं। परेड में काली मार्ग से प्रवेश और त्रिवेणी मार्ग से वापसी की व्यवस्था की गई है। इसी तरह झूंसी, फाफामऊ, अरैल क्षेत्र में भी प्रवेश और वापसी के लिए अलग मार्ग बनाए गए हैं।
टिहरी से पांच हजार और नरौरा से दो हजार क्यूसेक पानी निरंतर छोड़ा जा रहा है, जो संगम पहुंच रहा है। सिंचाई विभाग बाढ़ खंड के अधिशासी अभियंता मनोज कुमार सिंह ने बताया कि संगम पर निर्मल-अविरल जल पर्याप्त मात्रा में पहुंच रहा है। दोनों बांधों से 20 फरवरी तक पानी छोड़ा जाएगा।