बार्डर पर गन्ने की तस्करी जोरों पर, नगद पेमेंट के चक्कर में नेपाल भेजा जा रहा हैं गन्ना
फारुख हुसैन
गौरीफंटा. भारत नेपाल सीमा के गौरीफंटा कोतवाली अंतर्गत कीरतपुर इलाके से इन दिनों गन्ने की तस्करी बड़े पैमाने पर की जा रही है आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में गन्ने का पेमेंट समय पर ना मिल पाने के कारण स्थानीय किसान बिचौलियों को अपना गन्ना बेचने को मजबूर हैं वहीं बिचौलिये नेपाल में गन्ना ले जाकर नेपाली मिल मालिकों को बेंच रहे हैं। जिससे नेपाल की मिल मालिकों को सस्ता गन्ना मिल पा रहा है वहीं दूसरी तरफ भारत के गन्ना किसानों को नगद पेमेंट । पैसा भले ही वह ओने पौने दामों में मिल रहा है लेकिन अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए तुरंत मिल जा रहा है जिससे बिचौलियों की पौ बारह हो रही है।
भारत नेपाल की सीमाएं खुली होने के कारण भारतीय किसान बिचौलियों की मदद से अपना गन्ना आसानी से नेपाल पहुंचाकर नगद पेमेंट प्राप्त कर ले रहे हैं जिसमें सरकारी एजेंसियां मात्र मूक दर्शक बनी हुई है हालांकि नेपाल सरकार द्वारा कई ट्रैक्टर ट्राली सींज करने का क्रम भी जारी है लेकिन भारतीय किसान नगद पेमेंट के चलते अपना गन्ना नेपाल भेजने को मजबूर हो रहे हैं।
इतना ही नहीं नेपाल की कंचनपुर स्थित चीनी मिल को भारत का गन्ना सस्ता पड़ने के कारण वह नेपाल के गन्ने को लेने में आनाकानी कर रही है। जिससे नाराज होकर नेपाल के कंचनपुर इलाके के गन्ना किसान हड़ताल पर चले गए हैं।