लेबनान में नई सरकार का गठन, हिज़्बुल्लाह और घटकों के पास महत्वपूर्ण मंत्रालय
आफ़ताब फ़ारूक़ी
: लेबनान में 9 महीने के मंथन के बाद मंत्रिमंडल का गठन हो गया है। प्रधानमंत्री सअद अलहरीरी ने गुरुवार की रात अपने मंत्रिमंडल के सदस्यों के नाम लेकर बैरूत में बअबदा महल में राष्ट्रपति मिशल औन से मुलाक़ात की।
उन्होंने इसी तरह संसद सभापति नबीह बिर्री से मुलाक़ात की और उसके बाद सरकार के गठन की घोषणा कर दी।
मंत्रिमंडल के स्वरूप को लेकर राजनैतिक दलों के बीच मतभेद के कारण 9 महीने तक इसका गठन नहीं हो पाया।
सअद अलहरीरी ने सरकार गठन की घोषणा करने के साथ ही कहा कि देश के सामने महत्वपूर्ण सुरक्षा, सामाजिक और आर्थिक चुनौतियां होने के दृष्टिगत मंत्रिमंडल के सदस्यों के बीच सहयोग बहुत ज़रूरी है।
लेबनान के प्रधानमंत्री ने कहा कि नई सरकार पूंजीनिवेश की सरकार है, देश की आर्थिक समस्याओं का समाधान किया जाएगा और उत्पादन बढ़ाने पर ध्यान केन्द्रित रहेगा।
नवगठित मंत्रीमंडल में 30 सदस्य हैं और महत्वपूर्ण क़लमदान उन नेताओं के हिस्से में गए हैं जिन्हें इस्लामी प्रतिरोधक मोर्चे के क़रीबी लोगों में गिना जाता है।
सरकार के चार महत्वपूर्ण मंत्रालयों में से तीन मंत्रालय ने इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन के क़रीबी लोगों को मिले हैं। हिज़्बुल्लाह के साथ 13 साल पहले सहयोग के समझौते पर हस्ताक्षर करने वाले नेशनल लिब्रेशन मूवमेंट के नेता जिबरान बासिल को इस बार भी विदेश मंत्रालय का क़लमदान सौंपा गया है।
रक्षा मंत्रालय भी इसी पार्टी के नेता इलियास बू सअब को मिला है।
हिज़्बुल्लाह के घटक दल अलम मूवमेंट के नेता अली हसन ख़लील को इस भी वित्त मंत्रालय सौंपा गया है।
रिया अलहसन को गृह मंत्रालय का क़लमदान दिया गयाहै। वह लेबनान के इतिहास में गृह मंत्रालय संभालने वाली पहली महिला हैं उन्हें सअद अलहरीरी के क़रीबी लोगों में गिना जाता है।
स्वास्थ्य, स्पोर्ट्स और संसदीय मामलों में परामर्श के मंत्रालाय हिज़्बुल्लाह को मिले हैं। पिछली सरकार में हिज़्बुल्लाह के पास दो मंत्रालय थे।