राहुल गांधी व अन्य नेताओं को हिरासत में लेकर सोशल मीडिया पर घिरी नरेंद्र मोदी सरकार
गांधी को करीब दो घंटे तक थाने में बिठाए रखा गया। इस प्रकरण में राहुल गाँधी ने कहाकि ‘यह पहली बार है कि हमें पूर्व जवान के परिजनों से नहीं मिलने दिया गया। यह पूरी तरह से अलोकतांत्रिक है।’ इस बीच थाने में पुलिसकर्मियों पर गुस्साते राहुल गांधी का वीडियो भी सामने आया, जिसे सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है। दो घंटे बाद जब राहुल को रिहा किया गया था तो वे कांग्रेस नेताओं के साथ दोबारा पूर्व सैनिक के परिवार से मिलने पहुंच गए। जहां उन्हें फिर से हिरासत में ले लिया गया। दिल्ली पुलिस ने अपनी कार्रवाई पर सफाई देते हुए कहा कि अस्पताल प्रदर्शन करने की जगह नहीं है। एसीबी चीफ एमके मीणा ने कहा- ”यह अस्पताल है, प्रदर्शन करने की जगह नहीं। राहुल गांधी को इसलिए हिरासत में लिया गया है, क्योंकि उन्हें अंदर ना जाने की सलाह देने के बावजूद वे अस्पताल में घुसने की कोशिश कर रहे थे।”