मशरूम की खेती किए जाने पर संगोष्ठी में हुई चर्चा
प्रत्युष मिश्रा
अतर्रा। राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई 3 व इकाई 1 ,2 के ने ग्रामीण क्षेत्र में फेरी निकालकर लोगों को जहां स्वच्छता के प्रति जागरूक किया वहीं उत्पादोन्मुखी कार्यक्रम पर संगोष्ठी कर मशरूम की खेती किए जाने पर विस्तार से चर्चा की।
राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई 3 के चल रहे सात दिवसीय शिविर के छठवें दिन छात्राओं ने ग्रामीण क्षेत्र में फेरी निकालकर स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक किया व गंदगी से होने वाली बीमारियों से बचाव के तरीके बतलाए शिविर मैं उत्पादों नो मुखी कार्यक्रम पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ अवधेश चंद्र मिश्र एवं समाजशास्त्र विभाग के अन्य प्राध्यापक में उत्पादन कैसे बढ़ाया जाए इस पर विस्तृत चर्चा करते हुए जानकारी दी साथ ही कृषि संकाय की विद्यार्थी ने उत्पादन बढ़ाने के संदर्भ में फसल चक्र पर विशेष चर्चा की कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर तरुण कुमार शर्मा ने मशरूम के उत्पादन के बारे में विस्तृत जानकारी दी वह मशरूम कैसे उत्पादन किया जाता है इस पर जानकारी दी साथ ही ग्राम दिघवारा में स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए फेरी भी निकाला इसी प्रकार इकाई एक एवं 2 के सेवक सेविकाओं ने मशरूम उत्पादन के तकनीक का प्रशिक्षण सहित कई महत्वपूर्ण समाज से जुड़े विषयों पर चर्चा की कार्यक्रम अधिकारी बालेश्वर प्रसाद ने सभी सेवक सेवकों को सात दिवसीय शिविर के महत्व पर प्रकाश डाला वह इकाई 2 के कार्यक्रम अधिकारी डॉ ब्रजनाथ पांडे ने विस्तृत जानकारी देते हुए मशरूम के उत्पादन की विधि पर चर्चा की।