मारा गया जैश-ए-मुहम्मद का खुख्वार आतंकी कामरान गाजी
आफताब फारुकी/ आदिल अहमद
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों के साथ मुठभेड़ में भारतीय सेना के मेजर सहित चार जवान शहीद हो गए। वहीं सेना ने भी दो आतंकियों को मार गिराया है। इनमें से एक को पुलवामा हमले के लिए बम बनाने वाला संदिग्ध आतंकी बताया जा रहा है। यह एनकाउंटर पुलवामा आतंकी हमले से 10 किलोमीटर दूर हो रहा है। आधी रात को आतंकियों के पुलवामा के पिंगलान इलाके में मौजूद होने की जानकारी मिली थी, जिसके बाद सर्च ऑपरेशन जारी किया गया था। इसके बाद पुलिस ने पूरे इलाके को घेर लिया। आतंकियों के साथ सोमवार दोपहर तक मुठभेड़ जारी रही। बीच-बीच में फायरिंग होती रही।
इलाके में आतंकियों के मौजूद होने की सूचना मिलने के बाद सेना, पुलिस और सीआरपीएफ ने संयुक्त रूप से तलाशी अभियान शुरू किया था। इस दौरान सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर लिया। तभी आतंकियों ने भारतीय सेना पर फायरिंग कर दी। इसके बाद दोनों तरफ से गोलीबारी शुरू हो गई। मुठभेड़ रात करीब साढ़े 12 बजे शुरू हुई और रात ढाई बजे तक रुक-रुक कर फायरिंग जारी रही। फिर सुबह फायरिंग रुक गई, लेकिन करीब 10 बजे दोबारा से फायरिंग शुरू हो गई।
आतंकियों के साथ मुठभेड़ में जो जवान शहीद हुए हैं वह 55 राष्ट्रीय राइफल के हैं। शहीद होने वालों में मेजर वीएस ढौंडियाल, हवलदार श्योराम, सिपाही अजय कुमार और सिपाही हरि सिंह शामिल हैं। बताया जा रहा है कि उस इलाके में दो-तीन आतंकी छुपे हुए थे।