अपनी शर्तो पर झुकाया भाजपा को शिवसेना ने, 23 सीट शिवसेना और 25 सीट भाजपा के शर्त पर हुआ गठबंधन
अनिला आज़मी
मुंबई: भाजपा भले ही 2014 से अधिक सीट जीतने का दम्भ भर रही है। मगर उसके सहयोगी दल इस बार जमकर सौदेबाजी में लगे है। पांच राज्यों में चुनावों में हुवे भाजपा के नुक्सान और सर पर खड़े लोकसभा चुनावों को देखते हुवे भाजपा अब और कोई मौका नही छोड़ना चाहती है। शायद यही कारण है कि भाजपा के सहयोगी दल जमकर भाजपा से मोलभाव कर रहे है। इससे पहले नितीश ने बराबर की सीट बिहार में लिया था। दूसरी तरफ अनुप्रिया पटेल ने भाजपा को आँखे तरेरी थी। सुभासपा के ओमप्रकाश राजभर तो मुख्यमंत्री के पास अपना इस्तीफा लेकर पहुच गये थे। जिसको मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नामंजूर कर दिया। शिव सेना लगातार अपनी आँखे तरेर रहा था। अब इस बीच शिवसेना ने भी अपनी शर्तो पर अमित शाह को गले लगा लिया है। शिवसेना ने इस गठबंधन में कुल 23 सीट अपने खाते में लिखवा लिया है वही भाजपा के खाते में 25 सीट आएगी।
आज महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना के गठबंधन की गुत्थी आखिरकार सुलझ गई है। सीएम देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को दोनों दलों का गठबंधन आगामी लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव में बरकरार रहने की घोषणा की। महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव में शिवसेना 23 और बीजेपी 25 सीटों पर लड़ेगी। फडणवीस ने कहा कि ‘अब हमारे बीच कोई गलतफहमी नहीं है।’ सीएम देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव को लेकर गठबंधन की स्थित भी साफ कर दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हमारे जो मित्र हैं उनकी सीटें छोड़कर बीजेपी और शिवसेना आधी-आधी सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की मौजूदगी में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दोनों दलों के बीच बनी सहमति का खुलासा किया। फडणवीस ने कहा कि ‘शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी का 25 साल से गठबंधन है। कुछ मुद्दों पर मतभेद हुआ होगा, पर सैद्धांतिक रूप से दोनों हिंदुत्ववादी हैं, इसलिए हम इतने सालों तक साथ रहे। विधानसभा चुनाव हम साथ नहीं लड़े लेकिन उसके बाद केंद्र और राज्य में हम साथ में सरकार चला रहे हैं।