सऊदी क्राउन प्रिंस ने नई दिल्ली की अपनी यात्रा के दौरान ईरान के ख़िलाफ़ भारत को दिया था एक बड़ा प्रस्ताव, लेकिन मोदी सरकार ने
आफ़ताब फ़ारूक़ी
सऊदी क्राउन प्रिंस ने भारत की अपनी यात्रा के दौरान, भारत को ईरान के ख़िलाफ़ भड़काने की काफ़ी कोशिशें की लेकिन वह बुरी तरह से नाकाम हो गए।
सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने पिछले हफ़्ते पाकिस्तान, भारत और चीन की यात्रा की थी और इन तीनों ही देशों की अपनी यात्रा के दौरान उन्होंने ईरान विरोधी वातावरण तैयार करने की बहुत कोशिश की, लेकिन तीनों ही देशों के नेतृत्व ने जहां रियाज़ के साथ व्यापारिक सहयोग बढ़ाने में दिलचस्पी दिखाई वहीं ईरान विरोधी स्टैंड लेने से इनकार कर दिया।
: इस बात को ख़ुद इस्राईली मीडिया ने भी स्वीकार किया है कि सऊदी युवराज एशिया के तीन बड़े देशों को ईरान के विरुद्ध लामबंद नहीं कर सके।
पाकिस्तान की यात्रा के दौरान, सऊदी विदेश राज्य मंत्री आदिल अल-जुबैर ने प्रेस कांफ़्रेंस के दौरान ईरान के ख़िलाफ़ जब ज़हर उगलना शुरू किया तो पाकिस्तानी सरकारी टीवी चैनल ने उनके लाइव प्रसारण को म्यूट कर दिया।
भारत की अपनी यात्रा के दौरान मोहम्मद बिन सलमान ने प्रस्ताव रखा था कि अगर वह ईरान से तेल आयात करना बंद कर दे तो सऊदी अरब उसे उतनी ही मात्रा में कम क़ीमत पर तेल उपलब्ध कराएगा।
सूत्रों के अनुसार, नई दिल्ली ने सऊदी क्राउन प्रिंस के इस प्रस्ताव को विचार योग्य भी नहीं समझा और उसे तुरंत ठुकरा दिया।
चीन ने भी मोहम्मद बिन सलमान की बीजिंग यात्रा से ठीक पहले ईरानी विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद ज़रीफ़ को आंमत्रित करके रियाज़ को जता दिया कि तेहरान के साथ रिश्तों के बलिदान की क़ीमत पर उसे उसके साथ व्यापारिक सहयोग में वृद्धि नहीं चाहिए।