मण्डलायुक्त ने लिया विभिन्न मतदेय स्थलों का जायजा
उन्होंने जरूरी बातों को बताने के साथ प्रतिनिधियों से भी फीडबैक लिया। हर किसी ने कार्य पर संतोष जताते हुए किसी प्रकार की समस्या नही बताई। कहा कि जिले की इपिक रेसिया व जेंडर रेसियो ठीक नही है। अधिकारियों को राजनीतिक दलों का भी सहयोग करें जल्द सुधार किया जा सकता है। नये व महिला मतदाताओं का नाम जोड़वाने व डबल व शिफ्टेड मतदाता का नाम कटवाने पर विशेष जोर दिया। बताया कि गांव में नई बहू या 18 वर्ष पूरी कर रही बेटियों का हर हाल में नाम दर्ज करवाएं। इससे हमारा जेंडर रेसियो सुधरेगा। राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक में पाया गया कि भाजपा के अलावा किसी राजनीतिक दल द्वारा बूथ लेविल एजेंट (बीएलए) नियुक्त नहीं किया गया है। इस पर कमिश्नर ने कहा कि अब काफी कम समय बचा है। अभी भी बीएलए नियुक्त कर दें, ताकि बाद में मतदाता सूची से सम्बन्धित कोई शिकायत का मौका न रहे। मण्डलायुक्त ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक के बाद सभी एसडीएम तहसीलदार को जरूरी निर्देश दिये। मतदाता पुनरीक्षण कार्यक्रम की समीक्षा में सबसे खराब प्रगति वाले एसडीएम सदर गिरिजाशंकर सिंह व तहसीलदार योगेन्द्र प्रसाद की क्लास लगायी। मतदाता जागरूकता कार्यक्रम के बारे में पूछताछ की। इस दौरान बीएसए डॉ. राकेश सिंह ने कमिश्नर सहित सभी जनप्रतिनिधियों को प्रोजेक्टर के माध्यम से स्वीप कार्यक्रम के तहत अब तक हुए कार्य को बताया। बेहतर कार्य पर कमिश्नर ने जिलाधिकारी व बीएसए की तारीफ करते हुए इसी तरह आगे भी जागरूकता अभियान चलाने को कहा।