चीनी मिलों में एसडीएम रैंक के अधिकारी ही बनेंगे प्रधान प्रबंधक
अंजनी राय
आजमगढ़ : प्रदेश में संचालित सहकारी चीनी मिल लिमिटेड के प्रधान प्रबंधक पद पर अब पीसीएस रैंक के अधिकारी ही तैनात किए जाएंगे। इसके लिए शासन ने फरमान जारी कर दिया है। पहले प्रमोटेड अधिकारियों को प्रधान प्रबंधक पद पर तैनाती कर दी जाती थी। इससे चीनी मिल पर प्रशासनिक जिम्मेदारी नहीं हो पाती थी। अब प्रशासनिक अफसरों के तैनाती से चीनी मिलों की दिशा व दशा बदलेगी। दूसरी तरफ अगर पीसीएस रैंक के नीचे की तैनाती की जाती है तो यह पूरी तरह नियमों के इतर होगा।
सठियांव चीनी मिल प्रदेश की मानी जानी चीनी मिल है। प्रशासनिक व्यवस्था देख-रेख करने के लिए प्रधान प्रबंधक पद काफी मायने रखता है। इस पद पर पूर्व विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों को पदोन्नति करके पद पर बहाली कर दी जाती थी। अब शासन की तरफ से फरवरी माह में नई राजाज्ञा जारी कर दी गई है। इसमें साफ लिखा गया है कि पीसीएस रैंक के अधिकारियों को ही प्रधान प्रबंधक पद की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। प्रधान पद पर तैनाती के लिए शासनादेश में वर्णित नियमों के दायरे में करना होगा। अब यह पद काफी महत्वपूर्ण होगा।
किसान पहले समस्याओं को लेकर धरना प्रदर्शन करने को स्वतंत्र थे, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। प्रदेश के पांच चीनी सहकारी चीनी मिलों पर प्रधान प्रबंधक तैनाती का आदेश कर दिया गया है। इसमें लखीमपुर खीरी, सहारनपुर, गोरखपुर बस्ती आदि चीनी मिलों पर नए प्रधान प्रबंधक की तैनाती भी भी कर दी गई है। सठियांव चीनी मिल पर नहीं हुई तैनाती
अभी तक सठियांव चीनी मिल पर प्रधान प्रबंधक बीके अबरोल ही तैनात है। चर्चा है कि यहां भी बीके अबरोल को हटाकर एसडीएम रैंक का अधिकारी की तैनाती की जाएगी, लेकिन कब तक होगी। यह तय नहीं है।