स्मृति ईरानी ने कहा चाय पकौड़े अच्छे बनाते हो, चलो अमेठी में दुकान खोल लो, दुकानदार बोला गुजरात से सीख कर आया हु …………….
आरिफ अंसारी
वाराणसी: कभी कभी आम नागरिक भी अपने शब्द ऐसे बोल जाते है कि सामने वाला भले जितना बड़ा इन्सान हो वह भी जवाब नही दे पाता है। लोकसभा चुनावों हेतु आज भाजपा ने एक साथ कांग्रेस और नया विपक्षी दलों को पुरे प्रदेश में घेरने का हेतु विजय संकल्प सभा का आयोजन सभी शहरों में किया। भले यह अलग बात है कि कई कार्यक्रम ऐसे रहे जिनमे भीड़ उम्मीद से काफी कम रही। मगर एक साथ कई शहरों में भाजपा विपक्ष को घेरने के अपने कार्यक्रम को सफल बना गई।
इसी कड़ी में भदोही की सभा को संबोधित करने के बाद केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी आज सड़क मार्ग से लालबहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पहुची। उनका काफिला हवाई अड्डे से सटे पटेल चाय की दूकान पर रुका। इलाके में पटेल जी अपनी हाज़िर जवाबी के लिए मशहूर है। साथ ही आस पास के इलाको में इनकी चाय भी सबसे अच्छी मानी जाती है। केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने इस दूकान का रुख किया। पहले से दूकान के पास मौजूद भाजपा कार्यकर्ताओ ने उनका स्वागत किया। स्वागत के बाद स्मृति इरानी ने पटेल जी के ब्रेड पकौड़े का लुत्फ़ उठाया और चाय का भी आनद लिया। चाय और पकौड़े के सेवन के बाद पटेल जी से स्मृति इरानी ने तारीफ करते हुवे कहा कि चाय और पकौड़ा काफी अच्छा बनाते हो, चलो अमेठी में दुकान खोल लो।
फिर क्या था अपनी हाज़िर जवाबी के लिए मशहूर पटेल जी ने तुरंत जवाब दिया कि इसे बनाना गुजरात से सीखकर आया हूं और बनारस में बेच रहा हूं यही बहुत है। इस जवाब को सुनकर वहां मौजूद लोग ठहाके लगाकर हंसने लगे। उसके बाद स्मृति इरानी ने पूछा कि गुजराती बोलते हो, तो चाय वाले ने कहा कि नहीं हमारी हिंदी सबसे बढ़िया है। उसके बाद चाय और पकौड़े का पैसा पूछकर दुकानदार को देने के बाद वे एयरपोर्ट पहुंचीं और विमान से नई दिल्ली प्रस्थान कर गयीं।
इस घटना और पटेल जी के हाज़िर जवाबी की चर्चा पुरे क्षेत्र में हो रही है। यही नही सोशल मीडिया पर इस बात का लुत्फ़ लेने वालो की भी कमी नही है। शायद इसी को बनारसी मौज मस्ती कहते है। अपने काम में व्यस्त बनारस ज्यादा की लालच नही करता और कम में ही काम चला लेता है।