खुरहट डबल मर्डर केस – ज़ालिम इश्क, कातिल माशूका
खुरहट डबल मर्डर का खुलासा, प्रेमिका ने कराई हत्या – तीन गिरफ्तार
प्रेमिका को मिलने के लिए बुलाकर करा दी हत्या
गलत संगत में मारा गया धनंजय
संजय ठाकुर/अन्जनी राय
मऊ : खुरहट में गत सात अक्टूबर की रात हुए दोहरा हत्याकांड के रहस्य से सोमवार को पर्दा उठ गया। पुलिस अधीक्षक शिवहरी मीणा ने युवती समेत तीन आरोपियों को मीडिया के सामने पेश कर घटना का खुलासा किया। इस घटना की मुख्य सूत्रधार 21 वर्षीय युवती निकली।
घटना में शामिल युवती के रिश्तेदार वेद प्रकाश यादव समेत दो आरोपी फरार हैं। बृजेश राम अवैध संबंध में मारा गया तो धनंजय यादव गलत तरीके से उसका साथ देने में। बृजेश राम को मिलने के लिए बुलवाकर युवती ने हत्या करा दी। पुलिस ने एक आरोपी के पास से मारे गए बृजेश राम का मोबाइल भी बरामद कर लिया। पुलिस ने पकड़े गए तीनों आरोपियों का चालान किया। न्यायालय ने सभी को न्यायिक हिरासत में लेते हुए जेल भेज दिया।
पकड़ी गई युवती का घर खुरहट में है जिस गन्ने के खेत में लाश मिली, उससे महज चंद कदम दूरी पर है। दूसरा आरोपी सविराज यादव पुत्र हरखू आजमगढ़ के जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के महावतगढ़ का निवासी है। तीसरा आरोपी जितेंद्र यादव पुत्र कन्हैया यादव आजमगढ़ के जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के ही तेजपालपुर धुसवा गांव का रहने वाला है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गिरफ्तार युवती ने बताया कि मुहम्मदाबाद गोहना कोतवाली क्षेत्र के चकसोन गांव निवासी बृजेश राम पिछले चार साल से उसका ट्रैक्टर चलाता था। घर आते-जाते तीन साल पहले उससे उसका संबंध हो गया। साल भर पहले से उसकी बुआ के यहां के लड़के वेद प्रकाश से शादी की बात चलने लगी। रिश्ते में होने के नाते वेदप्रकाश से मोबाइल पर उसकी बातचीत भी होने लगी। इसी बीच बृजेश राम उस पर शादी न करने का दबाव बनाता था और रिश्ता तोड़वाने की धमकी देता था। बृजेश द्वारा परेशान किये जाने की बात उसने वेद प्रकाश को बताई तो उसने बृजेश को ठिकाने लगाने की योजना बना डाली। सात अक्टूबर की रात वेद प्रकाश अपने तीनों साथियों के साथ खुरहट आया। खुद की मोबाइल युवती को देकर बृजेश को बुलाने को कहा। युवती ने फोन किया तो वह धनंजय यादव के साथ मिलने चला। दोनों ने अपनी बाइक धर्मसीपुर में पड़ने वाले मंदिर के पास खड़ी की और पगडंडी पकड़कर युवती से मिलने चल दिए।
युवती के पास बृजेश राम पहुंचा तो पहले से गन्ने के खेत में घात लगाकर बैठे हमलावर उस पर टूट पड़े और गला कसकर मार डाला। कुछ ही समय बाद वहां धनंजय यादव पहुंचा और बीच-बचाव करना चाहा तो बदमाशों ने उसके चेहरे व सिर पर तमंचे के बट और डंडे से प्रहार कर उसे भी मार डाला। इसके बाद दोनों का शव अलग-अलग गन्ने के खेत में फेंककर निकल लिए। वेदप्रकाश के साथ फरार चल रहा आजमगढ़ के बनौरा गांव का हरिवंश यादव मंदिर पर पहुंचा और बृजेश व धनंजय की बाइक को लेकर कोइरियापार गया और लावारिश हाल में छोड़कर शेख अहमदपुर आ गया। बता दें कि हरिवंश शेख अहमदपुर गांव में अपने मौसी के यहां रहता है।
एक दिन पहले भी थे फिराक में
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि वेदप्रकाशने छह अक्टूबर को भी बृजेश राम को ठिकाने लगाने का प्रयास किया था। उस दिन अपनी मोबाइल से आवाज बदलकर लड़की की आवाज में उसे युवती के घर के पास बुलाना चाह रहा था, लेकिन बृजेश राम नहीं आया। इसके बाद अगले दिन अपना मोबाइल युवती के पास भेजवाकर उससे बात करवाकर बुलाया।