योगी की रैली में पहली पंक्ति में दिखाई दिये अख़लाक़ माब लीचिंग हत्याकाण्ड के आरोपी
सरताज खान
गाज़ियाबाद के अपने रैली में जिस समय योगी आदित्यनाथ अपने वक्तव्य में कह रहे थे कि मई 2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद, हमारी सरकार ने कहा था कि यह किसी व्यक्ति, परिवार, जाति या धर्म के लिए काम नहीं करेगी, बल्कि गांवों, गरीबों, युवाओं, महिलाओं, किसानों और समाज के हर तबके लिए काम करेगी। उसी समय रैली के अगली कतार में खड़े अख़लाक़ माब लीचिंग हत्याकांड के आरोपी मुस्कुराते हुवे तालिया बजा रहे थे। बता दे कि उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को गौतमबुद्ध नगर के बिसहड़ा गांव में रैली की। इसी गांव में 2015 में गोमांस रखने के शक में मोहम्मद अखलाक की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी।
भाजपा भले किसी माब लीचिंग की घटना होने के बाद उसकी निंदा करे मगर आज के कार्यक्रम में इन चेहरों को अगली सफ में देख कर ये तो साफ़ हो गया कि भले शीर्ष नेतृत्व किसी माब लीचिंग का समर्थन न करता हो, मगर स्थानीय इकाई ने इसको हौसला अफजाई दे रखा है। इसका नतीजा रहा कि आज मोब लीचिंग के आरोपी पहली ही पंक्ति में दिखाई दे रहे थे। जबकि पहली पंक्ति में जिले के करीबी नेताओ का जमावड़ा रहता है।
बता दें कि इओस माब लीचिंग के आरोपी विशाल पर आईपीसी की धारा 302 (हत्या) और 307 (हत्या की कोशिश) का मुकदमा दर्ज है। हालांकि, अभी आरोप तय किया जाना बाकी है। यह मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में लंबित है। मामले में अगली सुनवाई 10 अप्रैल को होगी। पुनीत का नाम एफआईआर में नहीं था लेकिन वारदात के तीन महीने बाद अखलाक की बेटी शाइस्ता के बयान के आधार पर पुनीत को गिरफ्तार किया गया था। विशाल समेत सभी आरोपियों को इलाहाबाद हाई कोर्ट ने 2017 में जमानत दी थी। विशाल ने द इंडियन एक्सप्रेस से कहा, ‘हां, मैं अन्य लोगों के साथ रैली में था। हम सभी बीजेपी का समर्थन करते हैं।