इस्लामी देशों को सऊदी अरब में मुसलमानों के नरसंहार पर चुप नहीं रहना चाहिएः आयतुल्लाह गुलपायगानी

आदिल अहमद

: वरिष्ठ शिया धर्मगुरू आयतुल्लाह साफ़ी गुलपायगानी ने सऊदी अरब में 37 बेगुनाह मुसलमानों के सिर क़लम किए जाने पर अफ़सोस जताया है।
ईरान के पवित्र नगर क़ुम में मौजूद वरिष्ठ धर्मगुरू आयतुल्लाह साफ़ी गुलपायगानी ने एक बयान जारी करके अत्याचारी, नास्तिक और आक्रमणकरी आले सऊद सरकार द्वारा हालिया दिनों में दर्जनों बेगुनाह शिया मुसलमानों को दी गई मौत की सज़ा पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने आले सऊद सरकार द्वारा मारे गए शिया मुसलमानों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि इस्लामी देशों को सऊदी अरब में मुसलमानों के हो रहे नरसंहार चुप नहीं रहना चाहिए।
आयतुल्लाह साफ़ी गुलपायगानी ने कहा कि अत्याचारी आले सऊद के हाथों शहीद होने वाले शिया मुसलमानों के लिए शहादत एक गौरव की बात है, लेकिन विश्व समुदाय, मानवाधिकार संगठन और मानव अधिकारों की रक्षा की बातें करने वाली सरकारों एवं संस्थाओं की आले सऊद के ऐसे भयानक अपराधों के सामने चुप्पी, पूरे विश्व समाज के लिए एक कलंक और अपमान की बात है। उन्होंने कहा कि इस्लामी देशों को सऊदी अरब के इन भयानक और गंभीर अपराधों के समने चुप्पी नहीं साधना चाहिए बल्कि उन्हें मज़लूमों की आवाज़ पर सकारात्मक जवाब देना चाहिए।


वरिष्ठ धर्मगुरू आयतुल्लाह साफ़ी गुलपायगानी ने कहा कि दुनिया में कहीं भी इंसानों पर अत्याचार हो हम मुसलमानों का कर्तव्य बनता है कि हम अत्याचारग्रस्त और उत्पीड़न का शिकार लोगों की मदद करें। उन्होंने कहा इसी तरह सऊदी अरब में आले सऊद के अत्याचारों का शिकार हो रहे शिया मुसलमानों के समर्थन में हमारी इस्लामी और मानवीय ज़िम्मेदारी बनती है कि हम उनके समर्थन और मदद के लिए आगे आएं और उन पर होने वाले अत्याचारों की निंदा करें।
ज्ञात रहे कि मंगलवार को सऊदी अधिकारियों ने एक बयान जारी करके एलान किया था कि देश में 37 क़ैदियों की सामूहिक रूप से गर्दन मार दी गई है।

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