पहले पुलिस को झूठी सुचना पर किया परेशान, अब पत्रकार को दे रहा तेजाब में डूबा कर मारने कि धमकी अबू सलेम के भाई अबू जैस का साथी
यशपाल सिंह
आजमगढ़ जिले में सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ने की फर्जी सूचना देकर आईजी जोन वाराणसी सहित आजमगढ़ पुलिस को 18 घंटे तक इशारों पर नचाने वाले सख्श ने अब पत्रकार को तेजाब में डुबोकर मार डालने की धमकी दी है। आरोपी को शक है कि मीडिया में खबर उसी पत्रकार ने लीक की जिसके कारण पुलिस उसके तक पहुंच गयी। पत्रकार ने एसपी और डीआईओ को एसएमएस के जरिये धमकी की जानकारी देकर कार्रवाई की मांग की है।
बता दें कि 3 अक्टूबर को आईजी जोन वाराणसी एसके भगत आजमगढ़ के दौरे पर थे। रात में समीक्षा बैठक कर रहे थे उसी दौरान उनकी मोबाइल पर फोन आया था कि सरायमीर में प्रतिमा स्थापना को लेकर विवाद है। लोग पाकिस्तान मुर्दाबाद, मुसलमान मुदाबार्द के नारे लगा रहे है। इससे क्षेत्र में सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ सकता है। इसके बाद जिले की पुलिस 18 घंटे तक उक्त स्थान की तलाश में जुटी रही जहां विवाद की संभावना थी लेकिन सरायमीर और निजामाबाद क्षेत्र में ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया। स्थानीय लोगों और पूजा समितियों के बयान के बाद पुलिस ने यह मान लिया कि ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। वहीं सर्विलांस के जरिये यह पता कर लिया गया कि फोन किसने किया था।
सीओ फूलपुर एसके सिंह ने शुक्रवार को साफ कर दिया था कि आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी की जायेगी। इसके बाद बौखलाये आरोपी निजामाबाद थाना क्षेत्र के फरिहां गांव निवासी एहसान पुत्र एखलाक ने देर रात यह धमकी दी कि पत्रकार शाह आलम फराही की खबरों के चलते पुलिस सक्रिय और उस तक पहुंच गयी। इसलिए वह उसे छोड़ेगा नहीं। एहसान ने धमकी दी कि फराही को तेजाब में डुबोकर मार डालेगा। इसके बाद फराही द्वारा एसपी कुंतल किशोर, सीओ सचिदानंद, थानाध्यक्ष निजामाबाद राजेश सिंह और डीआई को एसएमएस भेजकर घटना की जानकारी दी।
गौरतलब है कि आरोपी एहसान और अबू सलेम के भाई अबु जैश को वर्ष 1999 में लखनऊ में गिरफ्तार किया गया था। इन दोनों पर एक करोड़ की फिरौती मांगने का आरोप था।