पलिया कलां (खीरी) – पशु चिकित्सक ने कटवा डाला अवैध रूप से शीशम और सागौन का पेड़

फारुख हुसैन

पलिया कला खीरी। वो कहते कि जब कोई आम आदमी एक गुनाह करता है तो ऐसा लगता है जैसे उस पर कयामत आ जाती है और उस बेचारे को इतनी सख्त सजा दी जाती है कि वो और उसका परिवार बेबस होकर रह जाता है पर यदि एक सरकारी और जिम्मेदार व्यक्ति गुनाह कर दे तो बस उस पर खाना पूर्ति कर बस उसे निपटाया जाता है

जी हां कुछ इस तरह का मामला तहसील पलियां कलां से आया है जहां पर पलिया के सपूर्णानगर रोड स्थित ब्लॉक के पास पशु चिकित्सालय परिसर में लगा एक शीशम व एक सागौन के पेड़ को पशु चिकित्सक ने अवैध रूप से कटवा दिया और उसकी लकड़ी भी बेच दी। वन विभाग को जब इसका पता चला तो उसने आरोपित डॉ. जेबी सिंह के खिलाफ वन अधिनियम की धारा 4-10 में केस काटकर लकड़ी को जब्त कर लिया और बाद में विभाग के चौकीदार की सुपुर्दगी में दे दिया है।

पशु चिकित्सालय परिसर में आजकल चहारदीवारी का निर्माण कराया जा रहा है। करीब सात लाख की लागत से बन रही चहारदीवारी में पीली ईंट का प्रयोग खुले आम हो रहा है। जिसका मामला अभी वायरल हुआ था। यह मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ कि पशु चिकित्सक का एक और कारनामा उजागर हो गया। दरअसल पशु चिकित्सालय परिसर में एक शीशम व एक सागौन का पेड़ लगा था। इनमें से शीशम का पेड़ बाउंड्रीवाल के बीच में पड़ रहा था। जिसको काटने के लिए डॉ. जेबी सिंह ने वन विभाग से अनुमति मांगी थी। विभाग ने उनको अनुमति दे भी दी थी, लेकिन उन्होंने मामले को विभागीय अधिकारियों के संज्ञान में लाए बिना चार दिन पहले पेड़ कटवा कर उसकी लकड़ी बेच दी और उसका पैसा सरकारी खाते में जमा नहीं किया। साथ ही परिसर में लगे सागौन के पेड़ को भी कटवा लिया और उसी ठेकेदार को बेंच दिया। पेड़ जब कट गए और उसकी लकड़ी जाने लगी तो किसी ने मुखबिरी कर दी और मामले की जानकारी वन विभाग के साथ पुलिस व एसडीएम को दे दी।

हालांकि अधिकारियों ने तो कोई कार्रवाई नहीं की, लेकिन वन विभाग ने तत्काल मौके से बची हुई लकड़ी को जब्त कर लिया और उसे विभाग के चौकीदार रामदेव की सुपुर्दगी में दे दिया है। वन विभाग ने इस संबंध में पशु चिकित्सक डॉ. जेबी सिंह के खिलाफ वन अधिनियम की धारा 4-10 में केस काटकर उन्हें आरोपित बनाया है। इस बाबत वन दारोगा बिजेंद्र ने बताया कि डॉ. जेबी सिंह के खिलाफ केस काटा गया है अगर वह जुर्माना भर दें तो ठीक है, वरना कोर्ट में कागज पेश किए जाएंगे। पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. जेबी सिंह का कहना है कि चुनाव को लेकर वह कई दिन से बाहर हैं, उनकी ड्यूटी लगी हुई है। उन्होंने बताया कि केस के बारे में उनको कोई संज्ञान नहीं है। वापस आने पर ही जानकारी कर कुछ बता पाएंगे।

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