नाम लिये बगैर पीएम मोदी ने दिवंगत प्रधानमंत्री राजीव गांधी पर दिया ये बड़ा बयान, मायावती पर भी कसा तंज़ तो दिया मायावती ने ये जवाब
आदिल अहमद
लखनऊ. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस पर लगातार हमलावर रहे है। इस दौरान राहुल गांधी पर टिप्पणी करते करते प्रधानमंत्री ने राहुल गांधी का नाम लिए बगैर उनके पिता और दिवंगत प्रधानमंत्री राजीव गांधी पर टिप्पणी करके देश में सियासी हलचल मचा दिया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राहुल गांधी के दिवंगत पिता पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का नाम लिये बगैर कहा था कि ”आपके पिताजी को आपके राज दरबारियों ने गाजे-बाजे के साथ मिस्टर क्लीन बना दिया था। लेकिन देखते ही देखते भ्रष्टाचारी नम्बर वन के रूप में उनका जीवनकाल समाप्त हो गया। नामदार यह अहंकार आपको खा जाएगा। ये देश गलतियां माफ करता है, मगर धोखेबाजी को कभी माफ नहीं करता।” प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर हमले जारी रखते हुए कहा कि जो पार्टी पहले चरण के मतदान से पहले खुद को प्रधानमंत्री पद की दावेदार बता रही थी, वह अब मानने लगी है कि हम तो उत्तर प्रदेश में सिर्फ वोट काटने के लिये चुनाव लड़ रहे हैं। इस ‘वोट कटवा’ कांग्रेस का कितना पतन हो गया है, यह इसका जीता जागता सबूत है।
पीएम नरेन्द्र मोदी ने दावा किया कि अब यह साफ हो चुका है कि सपा ने गठबंधन के बहाने प्रधानमंत्री पद का ख्वाब दिखाकर मायावती का तो चालाकी से फायदा उठा लिया। मगर अब ‘बहन जी’ को समझ आया गया है कि सपा और कांग्रेस ने मिलकर बहुत बड़ा खेल खेला है। उन्होंने कहा कि बहनजी अब खुलेआम कांग्रेस की आलोचना करती हैं, लेकिन दूसरी तरफ बहनजी के साथ गठबंधन करने वाली सपा अपने निजी स्वार्थ के लिये पूरी तरह कांग्रेस के मुद्दे पर चुप है। कांग्रेस के नेता तो खुशी-खुशी सपा की रैलियों में मंच साझा कर रहे हैं। इन लोगों ने बहनजी को ऐसा धोखा दिया है कि उन्हें भी समझ नहीं आ रहा है।
अपने वक्तव्य में प्रधानमंत्री ने कहा कि इसीलिये राफेल नाम का ‘झूठ का पुलिंदा’ तैयार किया गया। कल ही नामदार (यहाँ नामदार से प्रधानमन्त्री का तात्पर्य राहुल गांधी से था) ने फिर स्वीकार किया है कि इस पूरे अभियान का उनका एकमात्र लक्ष्य मोदी की छवि खराब करना है। उन्होंने कहा ”मोदी पांच दशक तक बिना रुके-थके सिर्फ और सिर्फ भारत माता के लिये जिया है। टीवी स्क्रीन पर गालियां देकर 50 साल की मोदी की तपस्या को तुम धूल में नहीं मिला सकते।
पीएम नरेन्द्र मोदी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर अमेठी में किसानों की जमीन हड़पने का भी आरोप लगाया और कहा कि कांग्रेस के नामदार किसानों की जमीन को ट्रस्ट के नाम पर कब्जा करके उसे हड़प लेते हैं। किसानों से फैक्ट्री के नाम पर जमीन लेकर उस पर अपने लिये नोटों की खेती करते हैं। यहां अमेठी में तो यही हुआ था ना। मोदी ने कहा कि आज सुबह ही मैं पढ़ रहा था कि कांग्रेस की सरकार के वक्त राहुल के कारोबारी साझीदार को कैसे रक्षा सौदों में शामिल किया गया था। मीडिया में आयी रिपोर्ट बहुत से सवाल खड़े कर रही है। जब सवाल उठता है तो वे लोग जांच कराने की बात करते हैं मगर तमाम नोटिस के बावजूद जांच अधिकरण में पेश नहीं होते। ऐसे मामलों में एक नागरिक के कर्तव्य के रूप में ‘यह परिवार’ कोई सहयोग नहीं करता है।
वही दुसरे तरफ प्रधानमंत्री के इस बयान पर जहा कांग्रेस ने प्रधानमंत्री पर जमकर हमले शुरू कर दिये है वही मायावती ने भी प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी को जवाब देते हुवे कहा है कि प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी अखिलेश और मुझे लडवाना चाहते है मगर मैं बता दू कि हम दोनों के बीच कोई मतभेद नही है। बताते चले कि कल होने वाले पांचवे चरण के चुनावों से पूर्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इस बयान की सियासत में आलोचनाये ही अधिक हो रही है।