मोहर्रम की पहली तारीख पर हज़रत इमाम की शहादत को याद किया
कानपुर (मो0 नदीम)समीर मिश्रा
सच की लड़ाई लड़ते हुए अपने पूरे परिवार के साथ शहीद हुए हज़रत इमाम हुसैन को आज भी पूरी दुनिया उनकी शहादत को याद करके आसु बहाती है हज़रत इमाम हुसैन की याद में मनाये जा रहे मोहर्रम की पहली तारीख पर आज शाम इमाम बारगाह, नवाब साहब का हाता पटकापुर से शिवाले के पास रखे ताज़िया को लेंने के लिए सैकड़ो की तादाद में हुसैन को चाहने वाले अपने शाही अंदाज़ में जुलूस के साथ पहुचे और हज़रत इमाम हुसैन की शहादत को याद करके आंसू बहाये ।
देखते ही देखते पूरा जुलूस मातमी जुलूस में बदल गया सभी लोग नौहा खानी व् सीना जनी करते हुए शिवाले से राम नारायण बाजार होते हुए वापस इमाम बारगाह दूल्हा मियां पहुचे और कुछ देर मातम करके जुलूस का समापन किया
इसके अलावा मौलाना तसव्वुर ने मजलिस के दौरान हज़रत इमाम हुसैन की शहादत व् उनके साथ बाहत्तर शहीदाने कर्बला का पूरा इतिहास लोगो को पढ़कर सुनाया जिसे सुनकर सैकड़ो अकीदतमंदों के आखो में आसु आ गए जुलूस में अंजुमने रिज़विया ने नौहा पढ़कर मातम किया
माहे मोहर्रम की की चौखट पर सजदा करने निकला चाँद
फिर गुलजार ए कल्बे अज़ा में गम की बहारे लाया चाँद
जुलूस में ख़ानदाने नवाब साहेबान,वसी हैदर,इब्ने हसन ज़ैदी,नवाब हुसैन,राजा, शहंशाह,इसरार हुसैन,मसरूर,एवं नवाब मुमताज हुसैन,महामंत्री अंजुमने रिज़विया, आदि लोग मौजूद थे