आखिरकार कहाँ ले जाये 10के सिक्के
फारुख हुसैन
हर इंसान वा माँ बहने अपनी बचत के सिक्के कहाँ ले जाये इसके लिये प्रशासन उठाए कोई कड़ा क़दम
जी हाँ ज्ञात हो की 10के सिक्के की अफवाह के चलते क्षेत्र मे सिक्के के लिये मची है अफरा तफरी अब हर व्यक्ति क्षेत्र की औरते जो भी अपनी बचत के लिये जमा किये थे ।गोलक मे इकठ्ठा करके धनराशि बनायी थी आज वह कोई काम की नही ।लेकिन बाजार वा दुकानदारों की तरफ़ से दिखाई ज़ रही है ।हरी झंडी जब वह अपने इकट्ठे पैसे को कही दुकान वा बाजार मे नोटो मे तब्दील करती है ।तो वहाँ उन्हे दिखाया जाता है ठेंगा ?
हर गाँव मे फैली इस अफवाह के चलते लुधौरी वा रकेहटि जैसे गाँवों के दुकानदार 10के सिक्के से काटते है कन्नी ।।अरे अम्मा ये तो बँद हो गया है “इसको रखो अब ये चलने के लायक नही हर दुकानदार के अंदर यह धारणा बैठ सी गयी है ।की इन सिक्कों का सच मे कोई चलन नही ।।लेकिन क्या यह अफवाह इसी तरीके से फैलती रहेगी या तो फ़िर प्रशासन की और से उठाया जायेगा कोई क़दम ।