देश जिन उपलब्धियों पर गर्व करता है वह 70 साल की उपलब्धियां है – पी एल पुनिया
ए. जावेद
वाराणसी. सांसद तथा अनुसूचित जाति-जनजाति आयोग के पूर्व अध्यक्ष पी. एल. पुनिया ने आज कांग्रेस मीडिया सेंटर में एक पत्रकार वार्ता में कहा कि “किसान और संविधान बचाओ” 2019 के चुनाव का सबसे बड़ा मुद्दा है। पांच साल में यह दोनों ही सत्ता के सर्वाधिक निशाने पर रहे हैं।
पुनिया ने कहाकि यह सरकार पांच साल क्या किया की जबाबदेही में कोई काम बताने की जगह जबाब में खुद सवाल उठाती है कि 70 साल में क्या हुआ। आज देश जिन उपलब्धियों पर गौरव करता है, वे सब सत्तर साल में ही मिली हैं और देश की जनता जानती है। उसी सत्तर साल में जो संविधान और लोकतंत्र बना, उसमें पांच साल का जनादेश होता है और फिर लोग उसके कामकाज के आधार पर मूल्यांकन करते हैंम
उन्होंने कहा कि पांच साल में नोटबंदी और जीएसटी ने अर्थव्यवस्था, रोजगार और नवजवान को तबाही दी जिसका परिणाम यह है कि बीजेपी नोटबंदी एवं जीएसटी के नाम पर चुनाव लड़ने की स्थिति में नहीं है। हम विपक्ष में हैं और सकारात्मक कार्यक्रमों का घोषणापत्र लेकर चुनाव मैदान में हैं। किसान के लिये हमने साफ कहा है कि किसान आयोग बनायेंगे, किसान बजट लायेंगे, उन्हें कर्ज माफी से कर्जमुक्ति तक ले जायेंगे क्योंकि उन्हें लाभकारी समर्थन मूल्य दिलायेंगे। इसी प्रकार गरीब के लिये न्याय योजना और केन्द्र के 24 लाख पद एक वर्ष में मरेंगे और केंन्द्र की सेवा में एक तिहाई स्थान महिलाओं को देंगे।