महिला ऐच्छिक ब्यूरो में पांच मामलों का हुुआ निस्तारण
संजय ठाकुर
मऊ। महिला ऐच्छिक ब्यूरो की बैठक रविवार को पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र बहादुर के निर्देशन तथा सीओ मधुबन श्वेता आशुतोष की देखरेख में पुलिस लाइन में हुई। इसमें कुल 14 पारिवारिक मामले आए, जिसमें ब्यूरो के सदस्यों के प्रयास से पांच मामलों का निस्तारण हुआ। जिसमें एक मामलें में पक्षकारों के बीच सहमति न बन पाने के चलते पत्रावली अग्रिम कार्यवाही के लिए भेज दी गई। शेष मामलो में बैठक की अगली तिथि दो जून 2019 नियत कर पक्षकारों को नोटिस भेजेे जाने का निर्देश दिया गया।
ऐच्छिक ब्यूरो के सदस्यों के प्रयास से मोनिका और अंकित, रागिनी और शिवम, हीना देवी और पप्पू तथा पूनम देवी और दीपक साहनी के मामले में पक्षकारों की सहमति और सुलह के आधार पर पत्रावली निस्तारित कर दी गई। वही अमली देवी और संतोष के मामले मेंं सुलह न होने के चलते पत्रावली अग्रिम कार्यवाही के लिए भेज दी गई। इस दौरान रेखा और दिनेश तथा पिंकी कश्यप और मनीष कश्यप के मामले में पक्षकारो ने सुलह के लिए समय की मांग किया। वही पुष्पा सोनकर और लालबचन, वाहिदा और राजकुमार शर्मा तथा मंजूूूू और रामभवन के मामले में एक-एक पक्ष उपस्थित हुआ। वही सुनीता और रामदुलारे, बृजेश और माधुरी, साजिमा और सुनील तथा खलीलुर्रहमान और इशरत के मामले में कोई पक्षकार उपस्थित नही हुुआ। जिसके चलते बैठक की अगली तिथि दो जून 2019 नियत कर पक्षकारों को नोटिस भेजे जाने का निर्देश दिया गया। इस दौरान ऐच्छिक ब्यूरो के सदस्यगण विनोद कुमार सिंह, अर्चना उपाध्याय, महिला आरक्षी इशरावती यादव और सोनी सिंह ने अपना योगदान दिया। बैठक में काफी संख्या में पक्षकार और उनके परिजन उपस्थित रहे।