दो बेटियों को शर्बत में जहर देकर खुद भी पिया, तीनों की मौत
तारिक खान
प्रयागराज। जनपद के घूरपुर थाना क्षेत्र के कंजासा गांव में दिल दहलाने वाली घटना हुई। सोमवार की दोपहर बाद एक युवक ने नींबू के शर्बत में केमिकल मिलाकर अपनी दो बेटियों को पिला दिया। इसके बाद उसने खुद भी उसी शर्बत को पी लिया। तीनों की हालत गंभीर होने पर उसकी पत्नी आदि घरवालों को इसकी जानकारी हो सकी। आनन-फानन में सभी को स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया। आत्मघाती कदम उठाने का कारण घरेलू कलह बताया जा रहा है। आर्थिक तंगी की वजह से पत्नी से भी झगड़े की भी बात सामने आई है।
घरेलू कलह बना घटना का कारण
घूरपुर थाना क्षेत्र के कंजासा गांव निवासी शोभनाथ निषाद 45 अपनी पत्नी और दो बेटियों कनिष्का (16) और साक्षी (8) के साथ रहता था। बताते हैं कि घरेलू कलह उसके घर में बना रहता था। फौरी तौर पर यह कहा जा रहा है कि घरेलू कलह से आजिज आकर सोमवार की दोपहर करीब सवा एक बजे उसने बेटी साक्षी से नींबू मंगाया। फिर केन में चीनी घोल शर्बत बनाया। शोभनाथ दो पॉलीथिन में सफेद पाउडर (केमिकल या कीटनाशक) रखे था। शर्बत में उसने पाउडर मिला दिया। बेटी कनिष्का और साक्षी को एक एक गिलास शर्बत दिया। फिर एक गिलास खुद पी लिया।
किसी को बचाया नहीं जा सका
पत्नी सावित्री का कहना है कि वह कमरे में सो रही थी। जब दोनों बेटियों के गले में तकलीफ हुई तो वह चीखते हुए अचेत हो गईं। वह भागकर कमरे से बाहर आई तो तीनों अचेत पड़े थे। घर में चीख पुकार मच गई। देवरों और गांव के लोगों को बुलाया गया। तीनों को अप्पे से सीएचसी जसरा ले जाया गया जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
पुत्र के साथ सावित्री कमरे में सो रही थी
बताते हैं कि शोभनाथ की पत्नी सावित्री और पुत्र शेषनाग डेढ़ वर्ष के साथ उस दौरान कमरे में सो रही थी। उधर कुछ देर बाद पिता व दोनों पुत्रियों की हालत खराब होने लगी। उनकी चीख-पुकार सुनकर सावित्री वहां पहुंची और हालत देखा। इसी बीच वहां आसपास के लोगों की भीड़ लग गई।
पुलिस ने पॉलीथिन में रखे कीटनाशक पदार्थ को कब्जे में ले लिया
खबर पाकर एसपी यमुनापार दीपेंद्र चौधरी समेत अन्य अधिकारी पहुंच गए। पुलिस ने पॉलीथिन में रखे कीटनाशक पदार्थ को कब्जे में ले लिया। केन, गिलास को भी जांच के लिए फोरेंसिक टीम ने कब्जे में लिया है। पूछताछ में साफ हुआ है कि शोभनाथ घरेलू कलह से आजिज था। पत्नी की ससुराल वालों ने नहीं पट रही थी। आर्थिक तंगी की वजह से शोभनाथ का पत्नी से रोज झगड़ा होता था। वह शराब का आदी हो गया था।
कंपनी की नौकरी छोड़कर 20 दिन पहले गांव आया था शोभनाथ
कंजासा गांव निवासी राम मूरत के चार बेटों में शोभनाथ सबसे बड़ा था। भाई शिवनाथ, जग्गू और गोविंद उसी मकान के अलग अलग हिस्से में रहते हैं। शोभनाथ जयपुर की एक कंपनी में नौकरी करता था। 20 दिन पहले वह गांव लौट आया। यहां बालू खनन में मजदूरी करने लगा।
पत्नी का आरोप
पत्नी सावित्री का आरोप है कि सास सुशीला और देवर उन लोगों को घर से निकालना चाहते थे। जमीन को लेकर भाइयों में विवाद शुरू हो गया था।
बोले एसपी यमुनापार
एसपी यमुनापार के मुताबिक, दोनों बेटियों को जहर पिलाने के बाद उसने खुद भी आत्महत्या कर ली। घरेलू कहल की वजह से उसने यह कदम उठाया। सभी से पूछताछ की जा रही है।
जयपुर से लाया था केमिकल
शोभनाथ जयपुर (राजस्थान) की एक केमिकल फैक्ट्री में काम करता था। 20 दिन पहले वह नौकरी छोड़कर चला आया था। एसपी यमुनापार के मुताबिक, वह फैक्ट्री से ही केमिकल लाया था। उसी को शर्बत में मिलाया गया। वह केमिकल क्या है इसकी जांच के लिए पाउडर को विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा जाएगा।
बच गया मासूम
दो साल का मासूम शेषनाग ने अपनी आंखों से पिता और दोनों बहनों को दम तोड़ते देखा। जब बहनें शर्बत पी रही थीं तो शेषनाग वहीं खड़ा था। उसी मां सावित्री का कहना है कि शोभनाथ उसे भी शर्बत पिलाने की तैयारी में था तभी कनिष्का की चीख सुनकर वह पहुंच गई। ऐसे में मासूम की जान बच गई।