गाजियाबाद के एमएमजी हॉस्पिटल में भर्ती हुआ दुर्दान्त आतंकवादी अब्दुल करीम टुंडा
सरताज खान
गाजियाबाद लोनी। मुंबई बम धमाकों का आरोपी पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी अब्दुल करीम टुंडा को गाजियाबाद के एमएमजी अस्पताल में एडमिट कराया गया है। अब्दुल करीम टुंडा अस्पताल के निजी अस्पताल में भर्ती किया गया है। जिसकी वजह से अस्पताल में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। आतंकवादी टुंडा को दोनों आंखों में मोतियाबिंद की शिकायत है। लेकिन मंगलवार को अचानक सीने और पेट में दर्द के कारण कड़ी सुरक्षा में उसे एमएमजी अस्पताल की इमरजेंसी में लाया गया। इमरजेंसी में जांच के बाद डॉक्टरों ने उसे अस्पताल के निजी वॉर्ड में भर्ती कर लिया।
मोतियाबिंद की है शिकायत
अस्पताल के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. मदन लाल ने बताया कि टुंडा की दोनों आंखों में मोतियाबिंद है। उसे ऑपरेशन के लिए भर्ती किया गया है। अगर उसका ब्लड प्रेशर ठीक रहा तो बुधवार को उसका ऑपरेशन किया जाएगा। वहीं, हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. सुनील कात्याल ने बताया कि उसे सीने में भी दर्द की शिकायत थी। लेकिन जांच में सब सामान्य ही पाया गया है।अस्पताल के सीएमएस डॉ. रविंद्र राणा ने बताया कि वॉर्ड में डॉक्टर, नर्स और पुलिस बल के अलावा किसी को भी उन तक जाने की इजाजत नहीं है।
लश्कर का बम एक्सपर्ट है टुंडा
लश्कर-ए-तैयबा का बम एक्सपर्ट टुंडा पहले एक कारपेंटर हुआ करता था। आतंकवादी बनने से पहले टुंडा कबाड़ का कारोबार और कपड़ों का व्यापार भी कर चुका है। गाजियाबाद का रहने वाला टुंडा ने बांग्लादेश और पाकिस्तान में रहकर आतंकी ट्रेनिंग ली और 1992 के मुंबई बम धमाकों के बाद पहली बार टुंडा का नाम सामने आया था। उसे 2013 में दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था। तभी से वह जेल में है। टुंडा को 1996 के सोनीपत बम धमाके में उम्रकैद की सजा सुनाई गई है।