प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में विपक्ष के पार्षदों का आरोप, नगर आयुक्त नहीं देते उनके क्षेत्र की समस्याओं पर तवज्जो, विपक्ष के पार्षदों ने दिया धरना
ए जावेद/ फोटो और इनपुट साभार उत्पल दादा
वाराणसी.विकास के नाम पर सत्ता में आई केंद्र और प्रदेश सरकार में विकास की धारा कहा तक बही है ये आपसे बेहतर कौन जान सकता है। वही प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में कई इलाके ऐसे है जहा के जनप्रतिनिधि अपने क्षेत्र में विकास कार्य करवाना चाहते है। मगर उनका आरोप है कि वाराणसी का नगर निगम उनकी अनदेखी कर रहा है। यह आरोप सिर्फ एक दल विशेष के पार्षद नही बल्कि सपा, कांग्रेस, बसपा और निर्दल प्रत्याशियों का भी है।
अगर इन पार्षदों के आरोपों को आधार माने तो नगर निगम सीवर और पेयजल समस्या जो उनके क्षेत्रो में एक विकराल समस्या के रूप में खडी है के लिए कोई भी सुध नहीं ले रहा है। बार बार शिकायतों के बाद भी समस्याओं का निस्तारण नही होता है। क्षेत्र में सीवर ओवरफ्लो हो रहा है। पेयजल सप्लाई दूषित आ रही है अथवा आ ही नहीं रही है। पाइप लाइन फटी हुई है मगर मरम्मत के लिए स्थानीय कर्मी तवज्जो ही नही देते है।
इन सभी समस्याओं से त्रस्त होकर आज बुधवार को पार्षद एकता मंच के तमाम पार्षदों ने जल कल कार्यालय भेलूपुर में धरना प्रदर्शन कर महाप्रबंधक का पुतला फूंका। यह धरना प्रदर्शन दोपहर 1 वजे से शाम 5 बजे तक चला। इस मौके पर कांग्रेस पार्षद सीताराम केशरी, रमजान अली, हाजी ओकास अंसारी और मोहम्मद सलीम ने पार्षदों को संबोधित भी किया। वक्ताओं ने कहाकि जलकल और नगर निगम का रवैया भेद भाव भरा है। जितने विपक्ष के पार्षद है, उनके वार्डो में कोई भी कार्य नहीं कराया जा रहा है। चारो तरफ गलियो में सीवर ओवर फ्लो हो कर गन्दा पानी बह रहा है। पूरी गालिया बजबजा रही है। सीवर लाइन जाम होने की वजह से सभी के घरो में सीवर युक्त पानी जा रहा है। बार बार फोन करने पर न तो जीएम फोन उठाते है और न ही सचिव।
वक्ताओ ने कहा कि यही नहीं एक्ससीएन, जेई और एई भी पुरे विपक्ष के पार्षदों के वार्डो को अनाथ कर के छोड़ दिया है। नगर आयुक्त की तरफ से महाप्रबंधक ने धारणा स्थल पर आकर पार्षदों का ज्ञापन लिया। पार्षदो ने यह कह कर धरना ख़त्म किया कि अगर 10 दिनों में सभी वार्डो की सीवर और दूषित पानी की समस्या के साथ क्षेतिग्रस्त चैंबरों की मरम्मत नहीं होती है तो 22 तारिख को पार्षद एकता मंच के सारे पार्षद जलकल कार्यालय पर अनिश्चत कालीन धरने पर बैठेगे। धरने में सीताराम केसरी, रमजान अली, हाजी ओकास अंसारी, साज़िद अंसारी, बेलाल अंसारी, बेलाल अहमद, रियाजुद्दीन, अरशद लड्डू, तुफैल अहमद, सलीम खान, मुमताज़ खान, अहमद अंसारी मामा, दूध नाथ, मान सिंह, मकबूल अहमद, गुलशन अली, अफ़ज़ाल अंसारी आदि पार्षद मौजूद थे।