आदमपुर थाना क्षेत्र के मछोदरी में हुई चेन स्नेचिंग की घटना का पुलिस ने किया सफल खुलासा, एक हिरासत में
तारिक आज़मी
वाराणसी. अपराधी तो अपराधी होता है कभी भी अपराध कर सकता है। मगर विगत दिनों दिन दहाड़े आदमपुर थाना क्षेत्र के मछोदरी पर हुई चैन स्नेचिंग की घटना काफी चर्चा का केंद्र बनी रही। चर्चा का केंद्र होने का कारण मुख्य था कि इस प्रकार की घटना पहली बार क्षेत्र में हुई थी। वह भी दिन दहाड़े होने के कारण कुछ लोग पुलिस की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह भी लगाना शुरू कर दिये थे। जबकि हकीकत ये है कि अगर ईमानदारी से देखा जाए तो पुलिस पर उंगली उठाने के पहले हमको समाज में जिस प्रकार का विचार उत्पन्न हो रहा है उस पर चिंतन की आवश्यकता है। रात के 12 बजे बिजली न आने पर बीच चौराहे पर 200 लोगो को लेकर हम चक्का जाम कर देते है और पुलिस से मांग करते है बिजली दो। वही दो युवक बाइक से आते है और चेन स्नेचिंग करके चले जाते है तो हम दौड़ा कर पकड़ना तो दूर रहा जोर से चिल्लाते भी नहीं है।
बहरहाल, हम चिंतन करे अथवा न करे, मगर पुलिस ने इस घटना के पहले ही मिनट से खुद की कर्तव्य परायणता सिद्ध किया है। ये एक निष्पक्ष शब्द कह रहा हु न कि किसी व्यक्ति विशेष के चाटुकारी में ऐसा शब्द कह रहा हु। घटना की सुचना मिलते ही तत्काल मुकदमा दर्ज कर थाना प्रभारी मौके पर आते है। थाना प्रभारी निरीक्षक आदमपुर आशुतोष ओझा और चौकी प्रभारी राजकुमार पुरे इलाके में पैदल घूम कर हर एक कैमरे से क्लू की संभावना तलाशते है। एक एक कोना छाना जाता है। शक के बिना पर कई लोगो से पूछताछ होती है। और आखिर सफलता 72 घंटे के अन्दर प्राप्त होती है जब चेन स्नेचर युवको की पहचान होती है।
पहचान हुवे युवक कोतवाली थाना क्षेत्र के दारानगर निवासी ओमप्रकाश श्रीवास्तव का पुत्र आशुतोष उर्फ़ मोनू उर्फ़ आशु जो भेलूपुर और लंका थाना क्षेत्र में चेन स्नेचिंग में पहले भी जेल जा चूका है के तौर पर होती है। पहचान होने के बाद ही पूरी आदमपुर पुलिस इस युवक की गिरफ़्तारी हेतु सुरागगशी में लगी रही। अंततः कल देर रात पुलिस को सफलता हाथ लगी जब मुखबिर विशेष की सुचना पर थाना प्रभारी आदमपुर आशुतोष ओझा द्वारा गिरफ़्तारी हेतु गठित टीम उप निरीक्षक राजकुमार, सदानंद राय, राहुल मौर्या सहित कांस्टेबल अनिल कुमार, अशोक, नवीन, रजनीश, अमित तथा दीपू ने घेरेबंदी करके राजघाट स्थित बालू मंडी के पास से मुख्य आरोप आशुतोष उर्फ़ मोनू उर्फ़ आशु को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी के समय उसका दूसरा साथी अँधेरे का फायदा उठा कर भागने में भले सफल रहा है, मगर जानकारी उसको भी है कि पुलिस (कानून) के लम्बे हाथ पेड़ से आम तोड़ने के लिए नहीं बने है। बल्कि ऐसे भागने वाले अपराधियों के लिए उसके हाथ लम्बे है। ये गिरफ़्तारी सही अपराधी की किया गया है उसके लिए पुलिस ने पूछताछ करके उसके पास से घटना में प्रयुक्त बाइक डिस्कवर सहित धटना के समय पहनी गई लाल शर्ट। लूटी गई चेन का आधा हिस्सा, मौके पर उपलब्ध मोबाइल भी बरामद किया।
आशुतोष ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह लोग शहर में चेन स्नेचिंग कर अपने नशे और आवारगी के पैसो का इंतज़ाम करते है। पुलिस के द्वारा इस घटना में इतनी गंभीरता को देखते हुवे आज हम लोग फरार होने के चक्कर में बालू मंडी के पास आये थे तभी पुलिस ने दबोच लिया है। घटना का सफल अनावरण करते हुवे क्षेत्राधिकारी कोतवाली बृजनंदन राय ने पत्रकारों के सामने स्नेचर आशुतोष को पेश किया। वही घटना का सफल खुलासा करने वाली टीम को बधाई देने और उनका धन्यवाद करने के लिए हीरामणि देवी खुद थाने पर आई और पुलिस कर्मियों को खूब दुआ और आशीर्वाद दिया। शायद पुलिस टीम को एक गरीब और बुज़ुर्ग महिला द्वारा तोहफे में मिले इस आशीर्वाद और दुआओं से बड़ा इनाम इसके पहले कभी नही मिला होगा।