कर्णाटक बागी विधायक प्रकरण पर फैसला सुरक्षित, सुप्रीम कोर्ट कल सुबह 10:30 पर सुनायेगी फैसला
तारिक जकी
कर्णाटक की जारी सियासी जंग लगता है अपने आखरी लम्हों में आ रही है। चुनाव के बाद ही से कर्णाटक का कर कर नाटक जैसी सियासी जंग अपने आखरी लम्हों में है। बागी विधायको की सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुरक्षित कर लिया है और कल सुबह 10:30 पर फैसला सुनाया जायेगा।
वही दूसरी तरफ परसों यानी बृहस्पतिवार को कर्णाटक की एचडी कुमारस्वामी सरकार अपना फ्लोर टेस्ट देने की तैयारी कर रही है। बृहस्पतिवार को यह भी साबित हो जायेगा कि वर्त्तमान सरकार का बिदाई समारोह होगा अथवा फिर सरकार सत्ता पर काबिज़ रहेगी। मगर इन सबके बीच सबसे अधिक मजाक का मुद्दा बना लोकतंत्र।
लोकतंत्र में विधायको को जिस जनता ने मत देकर विधान सभा अपने क्षेत्र के उत्थान की लड़ाई लड़ने के लिए भेजा। वही निर्वाचित हुवे हमारे जनप्रतिनिधि वहा पहुच कर हमारी समस्याओं के बजाये अपनी सियासी कद की समस्याओ के समाधान करने में ही व्यस्त रहे। वन नेशन वन इलेक्शन की मांग भले सियासत में अपनी आवाज़ बुलंद करना चाहती हो मगर शायद उसका अंजाम क्या होगा सोचा जा सकता है।
बहरहाल, इस सियासी उठापटक के बीच कर्नाटक के बागी विधायकों के मामले पहले 10 विधायकों ने अपना इस्तीफा मंजूर करने में देरी को लेकर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। बाद में 5 और विधायक यही अर्जी लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए थे। आज सभी 15 विधायकों की अर्जी साथ सुनी गई है। वहीं, स्पीकर ने इस्तीफे पर फैसला लेने के लिए सुप्रीम कोर्ट से वक्त देने की मांग की है। शुक्रवार को पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने आज तक यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया था, यानी कोर्ट के अगले आदेश तक स्पीकर न तो विधायकों के इस्तीफे पर और न ही उन्हें अयोग्य ठहराने पर कोई फैसला ले सकते हैं। कर्नाटक के बागी विधायकों का मामला: सुप्रीम कोर्ट ने सुरक्षित रखा फैसला, कल सुबह 10।30 बजे सुनाया जाएगा
वहीं, बीजेपी की कर्नाटक इकाई के प्रमुख बी एस येदियुरप्पा ने सोमवार को कहा था कि उन्हें अगले चार-पांच दिन में सरकार बनाने का पूरा भरोसा है। येदियुरप्पा का दावा ऐसे वक्त आया था है जब विधानसभा अध्यक्ष के आर रमेश कुमार ने मुख्यमंत्री कुमारस्वामी द्वारा दिये गए विश्वास मत के प्रस्ताव पर 18 जुलाई को चर्चा का वक्त दिया है।