उत्तर प्रदेश – गोहत्या के शक पर मदरसे में तोड़ फोड़, पुलिस ने दर्ज किया दो मामला, कथित आरोपी मुश्ताक फरार, तोड़फोड़ में 60 अज्ञात के खिलाफ भी मामला दर्ज

मुकेश कुमार

फतेहपुर. उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के बेहटा गांव में मंगलवार को एक भीड़ ने क्षेत्र में कथित गोहत्या के शक में एक मदरसे में तोड़-फोड़ किया। भीड़ ने मदरसे की चारदीवारी को गिरा दिया और उस पर पथराव भी किया। घटना के समय मदरसा में कोई नहीं था और किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। इस घटना के बारे में पुलिस को सूचित किया गया कि गांव में तीन अलग-अलग स्थानों पर मांस पाया गया था और बाद में पशु चिकित्सकों की एक टीम ने पुष्टि किया कि वह गोमांस था। पुलिस ने दो प्राथमिकी दर्ज की हैं, जिनमें से एक मुश्ताक नाम के व्यक्ति के खिलाफ है और दूसरी, मदरसे में तोड़-फोड़ के लिए 60 अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज की गई है। फिलहाल मुश्ताक फरार है।

फ़तेहपुर के पुलिस अधीक्षक रमेश ने घटना के सम्बन्ध में मीडिया से बात करते हुवे बताया है कि सबसे पहले, मुश्ताक के घर के पास गाय की खाल और आंतें पाई गईं और पुलिस को इसकी सूचना दी गई।  इसके बाद मुश्ताक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी। गांव में ऐसा कोई तनाव नहीं था। लेकिन मंगलवार की सुबह, गांव के प्राथमिक विद्यालय के पीछे एक तालाब से और अधिक मांस और गाय के दो पैर बरामद किए गए। पुलिस को फिर से सूचना दी गई, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुची। मांस का परीक्षण करने के लिए एक पशु चिकित्सक को भी बुलाया गया। डॉक्टरो ने पुष्टि किया कि यह गोमांस था।

पुलिस के अनुसार, जब पुलिस मांस और शरीर के अंगों को दफनाने के लिए तालाब पर थी, तो उन्हें सूचित किया गया कि मुश्ताक के घर के करीब में स्थित एक मदरसे के पास मांस और एक बछड़े का सिर पाया गया है। इसके बाद गांव वाले वहां इकट्ठा होने लगे और जल्द ही वे हिंसक हो गए। मदरसे पर पथराव किया गया और इसकी चारदीवारी को गिरा दिया गया।

इस घटना के सम्बन्ध में इन्डियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के दावो को अगर आधार माने तो इन्डियन एक्सप्रेस ने दावा किया है कि उसे गांव के एक निवासी ने बताया है कि बेहटा गांव के लगभग 60-70 लोग और आसपास के अन्य लोग हिंसा में शामिल थे। हिंसा सुबह 10 बजे शुरू हुई और लगभग डेढ़ घंटे तक चली थी। वही पुलिस ने हिंसा को रोकने और कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया है।

फतेहपुर के जिला मजिस्ट्रेट संजीव सिंह ने कहा कि जिस मदरसे पर पथराव किया गया है, वह मदरसा बोर्ड के तहत पंजीकृत नहीं था और यह एक स्थानीय ट्रस्ट द्वारा चलाया जाता है। पिछले तीन दिनों से ये मदरसा बंद है और यहां पर करीब 60 छात्र पढ़ने आते हैं। वही प्राप्त समाचारो के अनुसार क्षेत्र में अभी तनाव पूर्ण शांति है। पुलिस मुश्ताक की तलाश कर रही है और वही दर्ज दुसरे 60 अज्ञात लोगो पर दर्ज मामले में भी विवेचना शुरू कर रही है।

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