देखे वीडियो – प्रशासन और कांग्रेसजनों की नोकझोक के बीच प्रियंका गांधी मिली पीड़ित परिवार से, कहा कांग्रेस देगी मृतक के परिजनों को दस लाख रूपये
तारिक खान/ फोटो वीडियो – शादाब रईस
नई दिल्ली: जिद्द और जिच के 24 घंटे के बाद आखिर मिर्ज़ापुर प्रशासन को प्रियंका गांधी वाड्रा की जिद्द के आगे झुकना पड़ा और कांग्रेसी कार्यकर्ताओ और नेताओ से नोकझोक के बीच प्रियंका गाँधी और अन्य कांग्रेसी नेताओ को रिहा किया गया। इसके बाद प्रियंका ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात किया।
पीड़ित परिवारों की बिलखती महिलाओं के सामने प्रियंका अपनी आँखों के कोने नम होने से नही रोक पाई। उन्होंने रो रही महिलाओं को पानी पिलाया और तसल्ली का दिलासा दिया। 24 घंटे की हिरासत के बाद प्रियंका गांधी को हिरासत से बिना शर्त रिहाई मिली।
कल से सोनभद्र हत्याकांड में मृतक और घायलों के परिजनों से मिलने के लिए जा रही प्रियंका गाँधी को हिरासत में लेकर चुनार गेस्ट हाउस में रखा गया था। प्रियंका गांधी के साथ वाराणसी से लोकसभा प्रत्याशी रह चुके पूर्व विधायक अजय राय भी सहित कांग्रेस के कई अन्य कद्दावर नेताओ को हिरासत में लिया गया था। कांग्रेसी नेताओ ने भी जिद्द पकड़ रखा था कि वह पीड़ित परिवार से मिले बिना वापस नही जायेगे।
इस दौरान आज सुबह ही पीड़ित परिवार खुद चुनार गेस्ट हाउस पहुच गये। पीड़ित परिवार प्रियंका गाँधी वाड्रा से मिलना चाहता था। इसके बाद कांग्रेसजनों और प्रशासन के बीच नोकझोक भी देखने को मिली। प्रशासन चाहता था कि केवल 5 लोग ही मिले मगर कांग्रेस जन सभी से मुलाकात करवाने की बात कह रहे थे। अंततः बात दस लोगो के एक साथ मुलाकात पर तय हुई।
इसके बाद हत्याकांड के पीड़ितों के 2 रिश्तेदारों से मिर्जापुर के चुनार गेस्ट हाउस में प्रियंका गांधी ने मुलाकात किया और उनका दुःख दर्द सुना। इस मुलाकात में प्रियंका गाँधी खुद भी ज़मीन पर पेड़ के नीचे बैठी थी। पीड़ित परिजनों से मिलने के बाद प्रियंका गांधी ने कहा है कि उनका मकसद पूरा हो गया है। उन्होंने कहा कि वह अभी तक हिरासत में हैं। अब प्रशासन का क्या कहता है कि यह देखते हैं।
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस की ओर से पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपये की मदद की जाएगी जिनके घर के लोग इस हत्याकांड में मारे गए थे। वहीं मिर्जापुर के डीएम की ओर से बयान आया है कि प्रियंका गांधी पूरी तरह से आजाद हैं, न उनको हिरासत या गिरफ्तार किया जाएगा या किसी तरह का मुचलका भरना होगा।
दूसरी ओर उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने कहा है कि धारा 144 लगने के बाद अगर कोई राजनीतिक उद्देश्य को पूरा करने जाता है तो यह ठीक नहीं है। किसी को भी संवेदशील मुद्दों पर राजनीति नहीं करनी चाहिए।