तीन बार मुख्यमंत्री, एक बार राज्यपाल और एक बार सांसद रही शीला दीक्षित का रुक गया सांसो का सफ़र, आकस्मिक मौत से कांग्रेस में शोक की लहर
आदिल अहमद
नई दिल्ली. दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस की दिग्गज नेता शीला दीक्षित का निधन हो गया। पूर्व सीएम की आकास्मिक मौत से पार्टी में शोक की लहर है। कांग्रेस ने शीला दीक्षित के निधन पर शोक प्रकट किया है। बताया जा रहा है कि दिल का दौरा पड़ने की वजह से आज दोपहर 3 बजकर 15 मिनट उनका निधन हुआ। शीला दीक्षित के निधन के बाद उनके आवास पर बड़ी संख्या में कांग्रेस के कार्यकर्ता पहुंच रहे हैं। वह पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहीं थी और अस्पताल में भी भर्ती थीं।
15 साल तक दिल्ली की सत्ता पर काबिज रहने वालीं शीला दीक्षित इससे पहले 1984 से 89 तक वे कन्नौज (उप्र) से सांसद रह चुकी हैं। इस दौरान वे लोकसभा की समितियों में रहने के साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र में महिलाओं के आयोग में भारत की प्रतिनिधि रहीं। वह राजीव गांधी सरकार में केन्द्रीय मंत्री भी थीं। शीला दीक्षित 1998 से 2013 तक लगातार 15 साल दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं।