फैसल लाला ने आज़म खान के कथित ज़ुल्मो के शिकार लोगो के साथ सपा जाँच दल का से किया विरोध
गौरव जैन
रामपुर – आज़म खान की मुखालफत हो और फैसल लाला का नाम न आये ये नामुमकिन है। ऐसा ही उदहारण आज देखने को मिला जब खुद को कथित रूप से आज़म के तथा कथित ज़ुल्मो का शिकार कहने वालो का जत्था लेकर आज एक बार फिर फैसल लाला सपा के विधायको के जाँच दल के सामने पहुचे और जमकर आज़म खान के खिलाफ नारेबाजी किया। फैसल लाला ने इस मौके का पूरा राजनैतिक फायदा उठाते हुवे यहाँ तक कहा कि मुसलमानों के नाम पर झूठ की राजनीत सपा कर रही है। फैसल लाला लगातार गौहर यूनिवर्सिटी पर सरकार के अधिग्रहण करने की मांग किया है।
आज रामपुर में उत्तर प्रदेश कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष फैसल खान लाला और जिला पंचायत के पूर्व चेयरमैन हाफ़िज़ अब्दुल सलाम के नेतृत्व में पिछली सपा सरकार में मंत्री रहे आजम खां के तथा कथित जुल्मों का शिकार हुए कथित सैकड़ों लोगों के साथ आज अखिलेश यादव द्वारा 21 विधायकों की गठित जांच कमेटी से पहले तो मिलकर अपना ज्ञापन सौंपना चाहा, फैसल लाला ने आरोप लगाया कि जांच कमेटी के विधायकों द्वारा पीड़ित लोगों की फरियाद नहीं सुनी गई। इसके बाद फैसल लाला के साथ आये कथित पीडितो ने रामपुर स्थित गांधी समाधि पर सपा विधायकों की गाड़ियों का घेराव किया और आज़म के खिलाफ जबरदस्त नारेबाजी की।
फैसल लाला इन कथित पीड़ितों की अगुवाई कर रहे थे। कांग्रेस नेता फैसल लाला ने कहा कि आजम खां के सताए गए पीड़ितों की शिकायतों पर रामपुर जिला प्रशासन निष्पक्ष कार्यवाही कर रहा है उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जो 21 विधायकों की जांच कमेटी बनाकर रामपुर भेजी थी वह सफेद हाथी साबित हुई है। यह कमेटी रामपुर अगर जांच करने के इरादे से आई होती तो आजम खां के द्वारा सताए गए लोगों से भी मिलती उनका पीड़ितों से न मिलना यह दर्शाता है कि समाजवादी पार्टी आजम खां के काले कारनामों पर पर्दा डालना चाहती है।
फैसल लाला ने आरोप लगाया कि मुसलमानों के नाम पर झूठ की राजनीति सपा करती है, फैसल लाला ने कहा कि हमने पहले ही सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को पत्र लिखकर पीड़ित परिवारों को आजम खां के जुल्मों के खिलाफ जांच टीम से मिलकर ज्ञापन देने का आग्रह किया था। साथ ही जांच टीम के सदस्य विधायक नवाब जान एवं इकराम कुरैशी से फोन पर बात कर ज्ञापन सौंपने के लिए समय मांगा था। जिस पर उपरोक्त दोनों विधायकों ने कहा था कि पार्टी के निर्देश अनुसार पीड़ितों से ज्ञापन लिया जाएगा। लेकिन उन्होंने ज्ञापन नहीं लिया।