देखे वायरल वीडियो – जब कानपुर के थाने में छेड़खानी पीडिता का मुकदमा दर्ज करने के बजाये थाने में पुलिस वाले ने किया पीडिता से आपत्तिजनक भाषा में अजीबो गरीब पूछताछ
आदिल अहमद
कानपुर. सरकार खूब जोर शोर से कहे बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, साथ ही उत्तर प्रदेश की पुलिस स्कूल कालेजो में जाकर बेटियों को महिलाओ के अधिकार हेतु आवाज़ उठाने को लाख कहे मगर स्थिति धरातल पर क्या है इसका मुजाहिरा कानपुर के वायरल होते एक वीडियो में सामने आया है। वीडियो में छेड़खानी पीडिता जब अपने परिजनों के साथ थाने शिकायत दर्ज करवाने जाती है तो वह ड्यूटीरत एक हेड कांस्टेबल उससे पूछताछ के नाम पर अजीबो गरीब व्यवहार करता है और अजीबो गरीब सवाल पूछ कर उलटे पीडिता और उसके परिजनों पर ही सवालिया निशाँन लगा देता है। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद हरकत में आई कानपुर पुलिस ने पीडिता का मुकदमा तो दर्ज कर लिया है। मगर सिपाही पर जांच की बात कहकर उसके खिलाफ कोई कार्यवाही नही किया है।
छेड़खानी की रिपोर्ट लिखवाने गई लड़की के साथ थाने में इस तरह का व्यवहार हो रहा है।
एक तरफ उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध कम नहीं हो रहे, दूसरी तरफ कानून के रखवालों का ये बर्ताव।
महिलाओं को न्याय दिलाने की पहली सीढ़ी है उनकी बात सुनना।
Video credits @benarasiyaa pic.twitter.com/J0FdqBR2Tt
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 25, 2019
कानपुर में छेड़खानी की शिकायत दर्ज कराने गई 16-वर्षीय लड़की को पुलिसकर्मी द्वारा परेशान किए जाने का यह वीडियो कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी ट्विटर पर पोस्ट किया है। वीडियो में लड़की से ‘पूछताछ’ करते दिख रहे हेड कॉन्स्टेबल को हटा दिया गया है। इस वीडियो को लड़की के भाई ने मोबाइल फोन पर शूट किया, जो अपनी बहन तथा माता-पिता के साथ पुलिस स्टेशन गया था। वीडियो में हेड कॉन्स्टेबल तार बाबू, जिसने शुरू में मुकदमा दर्ज करने से इंकार कर दिया था, पीड़ित लड़की से आपत्तिजनक भाषा में बात करता दिखाई दे रहा है।
वायरल वीडियो में पीडिता जिस वक्त अपना पक्ष हेड कॉन्स्टेबल को बता रही है, उसी वक्त हेड कॉन्स्टेबल आराम से कुर्सी पर बैठे-बैठे ऊंची आवाज़ में उससे कहता है कि “तुम यह अंगूठी क्यों पहनती हो ? क्यों तुमने चूड़ा और नेकलेस पहना है ? इतने आइटम किसलिए पहने हुए हो ? तुम पढ़ती नहीं हो। इतने ज़ेवर पहनती हो, क्यों ? इनसे क्या लाभ मिलता है ? इससे सिर्फ यह पता चलता है, तुम क्या हो” यही नहीं जब इस आपत्तिजनक भाषा में बात करने पर किशोरी के दिहाड़ी मज़दूरी करने वाले माता-पिता ने बातचीत में दखल देने का कोशिश की, तो हेड कॉन्स्टेबल ने उन्हें भी फटकारा और कहा कि “तुम नहीं देखते हो, लड़की क्या करती है ? तुम कहते हो, तुम काम पर जाते हो, लेकिन क्या काम से घर नहीं लौटते हो ?”
वीडियो में इस हेड कॉन्स्टेबल की बाते तो ऐसे प्रतीत हो रही है जैसे ये कोई पुलिस वाला न होकर समाज का कोई ठेकेदार हो। इसके बातो पर अगर गौर करे तो इसके अनुसार लडकिया न चुडा पहन सकती है, और न ही अंगूठी पहन सकती है। इसका बस नही चला वरना उलटे तुगलकी फरमान जारी करके पीडिता पर ही कार्यवाही कर दिया होता। जिस थाने में ऐसे सोच वाले पुलिस कर्मी हो वहा महिलाओं की सुरक्षा हेतु चलने वाले अभियान की क्या स्थिति होगी आप सहज समझ सकते है।
बहरहाल पुलिस स्टेशन में हुई इस बातचीत का वीडियो कानपुर में वायरल हो जाने के बाद ही पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने काफी गुस्सा व्यक्त किया, और उन्हीं में प्रियंका गांधी वाड्रा भी शामिल थीं। उन्होंने माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट पर इस वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा है कि “छेड़खानी की रिपोर्ट लिखवाने गई लड़की के साथ थाने में इस तरह का व्यवहार हो रहा है। एक तरफ उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध कम नहीं हो रहे, दूसरी तरफ कानून के रखवालों का यह बर्ताव। महिलाओं को न्याय दिलाने की पहली सीढ़ी है उनकी बात सुनना।”
प्रकरण में भले पीडिता का मुकदमा दर्ज हो गया हो मगर कार्यवाही क्या होगी पुलिस की यह देखने वाली बात होगी। वैसे भी जिस प्रकार से ये हेड कॉन्स्टेबल बात कर रहा है ऐसी सोच वाले अगर विवेचक रहे तो मुक़दमे में क्या एक्शन होगा वह समझा सा सकता है। वही दूसरी तरफ ऐसे पुलिस कर्मियों पर कानपुर पुलिस ने समाचार लिखे जाने तक कोई कार्यवाही नही किया है।