गड्ढे में फंसी लोड ट्रक से राजधानी मार्ग जाम, मीडिया ने दिखाई सक्रियता तो जागा प्रशासन
उमेश गुप्ता
बिल्थरारोड (बलिया)। बलिया-लखनऊ वाया आजमगढ़ राजधानी मार्ग गुरुवार को लगभग 14 घंटे से जाम हो चुका है। इस राजमार्ग पर बिल्थरारोड में मधुबन रेलवे डाला के पास ग्राम कुशहा भांड के सामने बरसात की पानी से जर्जर मार्ग अब दलदल का रूप लेता चला जा रहा है।
काफी अरसे से ग्राम चौकिया से ग्राम तेन्दुआ के बीच खराब इस सड़क के मरम्मत की मांग को अधिकारियों ने नकार रखा है, जिसके कारण ऐसा दिन देखने को मिला कि बुधवार की रात करीब 8 बजे एक लोड ट्रक कुशहा भांड ग्राम के सामने सड़क में बने बड़े गड्ढे में फंस गई। और सुबह होते-होते दर्जनों ट्रकों की कतार लग गयी इसके कारण इस मार्ग का पूरा आवागमन ही ठप हो गया है। ग्राम कुशहा भांड के प्रधान प्रतिनिधि अंगद यादव ने कहा है कि तत्काल मरम्मत नही कराया गया तो जर्जर मार्ग हो जाने से यह मार्ग पूरी तरह ठप हो सकता है। अनुराग यादव ने भी तत्काल सड़क मरम्मत कराने की मांग की है।
मीडिया की सक्रियता से जागा प्रशासन, शुरू हुआ आवागमन
इसके बाद क्षेत्रीय मीडिया की सक्रियता के कारण पुलिस व लोक निर्माण विभाग जाग उठा। बलिया-लखनऊ मार्ग पर यहां बिल्थरारोड के कुशहाभांड़ ग्राम के सामने दलदल सड़क के गड्ढे में बालू लदी लोड ट्रक बुधवार की देर रात करीब 8 बजे के करीब फंस गयी थी। इसके कारण मंगलवार की प्रातः में 8 बजे तक लगभग एक दर्जन से ऊपर ट्रकों एवं बड़ी बसो की कतार लग गयी थी। स्कूली बच्चों की बस भी जाम में फंसी रही। आवागमन विल्कुल ठप हो चला था।
करीब 14 घंटे बाद भी प्रशासन जागा नही था, लेकिन जग सर्कल ऐप यह खबर पोस्ट हुयी तो तत्काल पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंच कर जेसीबी लगवाकर दलदल मार्ग से 16 घंटे बाद जहां ट्रक को हटवाया और आवागमन संचालित कराया वही करीब उसके 2 घंटे बाद ही लोक निर्माण विभाग की ओर से अवर अभियन्ता एक ट्रक गिट्टी लेकर पहुंच गये और सड़क में बने दलदल में गिराकर उसे बराबर कराने का कार्य प्रारम्भ करा दिये। लोगों में मीडिया की सक्रियता की सराहना होने के साथ अब इस बात की आस बढ़ गयी है कि लगता है विभाग जाग उठा है इस जर्जर मार्ग की मरम्मत कराकर आम जनता को अब कुछ राहत प्रदान करेगा। लोक निर्माण विभाग के वेलदार राममियादी ने बताया कि जेई साहब यहां गिट्टी गिराने को बोल कर चले गये हैं। कहा कि मुझे नही पता कि अब तक यहां मरम्मत कार्य क्यों नही शुरु हुआ था।