बाढ़ बचाव के प्रबन्ध कराये जाने को लेकर जयाप्रदा मिली कमिशनर से
गौरव जैन
रामपुर: पूर्व सांसद एवं फिल्म अभिनेत्री जयाप्रदा मुरादाबाद मण्डल के कमिशन यशवन्त राव से मिली और रामपुर जनपद की जन समस्याओं से अवगत कराया। उन्होन रामपुर जनपद में समय से ही बाढ़-बचाव के प्रबन्ध करवाये जाने की मांग रखी।
जयाप्रदा ने कमिशनर को ज्ञापन सौपते हुय अवगत कराया कि रामपुर जनपद, उत्तराखण्ड राज्य की सीमा पर स्थित है। और उत्तराखण्ड राज्य से निकलने वाली कोसी, रामगंगा व पीलाखार नदियो ने रामपुर जनपद को चारो ओर से घेर रखा है। प्रत्येक वर्ष बरसात के मौसम में उत्तराखण्ड राज्य की पहाड़ियो पर जब भारी वर्षा होती है, तो कई लाख क्यूसेक पानी रामनगर बैराज आदि से कोसी, रामगंगा व पीलाखार नदियो में छोड़ दिया जाता है, जिससे नदियो का जलस्तर बढ़ जाता है। नदियो का जलस्तर बढ़ जाने से रामपुर जनपद के स्वार, टाण्डा, मिलक, बिलासपुर, शाहाबाद व मिलक में बाढ़ आ जाती है।
रामगंगा नदी से ग्राम मदारपुर, जौलपुर, रेबड़ी, असालतपुर, किरा आदि शाहाबाद क्षेत्रो में भारी ताबाही मचाती है। वहीं स्वार क्षेत्र में ग्राम चांदपुर, पसियापुरा, बन्दरपुर, सोनकपुर व मिलककाजी के पास कोसी नदी बाॅध को काटकर स्वार-रामपुर रोड के करीब पहुॅच जाती है। टाण्डा क्षेत्र के दढ़ियाल-काशीपुर मार्ग पर स्थित अकबराबाद आदि दर्जनो गाॅव में भी कोसी नदी के कटान से लोग प्रभावित होते है। जिस कारण बाढ़ का पानी गरीबो के मकान व किसानो की हजारो हेक्टेयर एकड़़ फसलो को बर्बाद कर देती है।
जयाप्रदा ने बताया कि वह शाहबाद क्षेत्र के ग्राम मदारपुर आदि क्षेत्रो में स्वंय पहुॅची थी, और ग्रामीणों ने अवगत कराया कि बरसात के दिनो में नदी कटान करती है। समय से पूर्व बाढ़ वचाब के प्रबन्ध करवाया जाना आवश्यक है। अचानक आने वाली बाढ़ से प्रशासन के पास बाढ़ बचाव के पर्याप्त संसाधन ना होने के कारण लोगो को बाढ़ से बचाया जाना सम्भव नही हो पाता है। लोगो को बचाने के लिये प्रशासन द्वारा नावों की व्यवस्था करने में भी 3-4 दिन लग जाते है। जयाप्रदा ने कहा कि बाढ़ आने से पूर्व ही लोगो के रहने के सुरक्षित स्थान बेसिक स्कूल आदि का चयन कर लिया जाये, जिससे समय रहते लोगो को बाढ़ से बचाया जा सके।