अखिल भारतवर्षीय ब्राम्हण महासभा द्वारा किया गया श्री राम कथा का आयोजन
गौरव जैन
रामपुर – गोस्वामी तुलसीदास जयंती के पावन अवसर पर अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा के तत्वाधान में मिष्टन गंज स्थित दत्त राम शिवालय मंदिर में श्री राम कथा महोत्सव का आयोजन किया गया जिसमें काशी से पधारे मानस मर्मज्ञ पंडित शंभूनाथ व्यास जी द्वारा राम कथा का प्रवचन किया गया श्री राम कथा महोत्सव के प्रथम दिवस पर उन्होंने राम कथा का महत्व बताते हुए कहा कि रामकथा की दो महत्वपूर्ण उपलब्धियां हैं या तो वह प्रभु राम के पास पहुंचा देती है या स्वयं राम को आपके पास बुलाती है जो जगत से जगन्नाथ की ओर ले जाए वह कथा है भक्तों को भगवान से मिला दे वही कथा है।
संसारी को व्यथा पसंद है और सत्संगी को कथा। कथा दानव को मानव बनाती है और कर्तव्यबोध कराती है।उन्होंने कहा कि कथा के प्रभाव से मन भगवान के चरणों में लग जाता है।सुखी जीवन के लिए शिव पार्वती का जीवन आदर्श जीवन है।इसीलिए विवाह से पूर्व सीता जी भी उन्हीं की पूजा करने गई थी। सौभाग्यशाली स्त्रियां इसी कारण माता पार्वती की पूजा करती हैं। एक बार शिव को प्रसन्न जानकर माता पार्वती ने सकल लोक को पावन करने वाली राम कथा सुनने का आग्रह किया। वहीं कथा गोस्वामी तुलसीदास ने सात कांडों में विभाजित करके जनमानस तक पहुंचायी।यही मानस सरोवर की सात सीढियां हैं।
कथा के आरंभ में पंडित विकास तिवारी ने अभिषेक शर्मा और ज्योति शर्मा द्वारा रामचरितमानस और व्यासपीठ का पूजन कराया।अंत मे सौरभ पाठक ने आभार व्यक्त किया।आरती के बाद प्रसाद वितरित किया गया। इस अवसर पर मुनीश चंद्र शर्मा, दीपक शर्मा, विकास पांडे, विष्णु शर्मा, नवीन कुमार शर्मा,मोनिका शर्मा,सुधा शर्मा, प्रियंका पाठक, आर के पांडे,श्याम कृष्ण शर्मा, प्रदीप अग्रवाल,अमूल सक्सेना,मनोज पाठक, पुनीत पाठक,मीनाक्षी शर्मा आदि ने सहयोग किया।