रस्मे मुहब्बत इस तरह निभाए रखिये, दिल मिले न मिले हाथ मिलाये रखिये, मुख़्तार अंसारी ने दिलवाया मोहम्दाबाद को ट्रामा सेंटर
मोहम्मद इसराफिल अंसारी
गाजीपुर। बदलते राजनीतिक परिवेश में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अंसारी बंधुओं पर काफी प्रसन्न नजर आ रहे हैं। इसका अन्दाज़ आप इस खबर से लगा सकते है कि मोहम्दाबाद को जल्द ही मुख़्तार अंसारी ट्रामा सेंटर की सौगात दिलवाने वाले है। एक खबर कोई छोटी नहीं है बल्कि मुख़्तार की एक बड़ी उपलब्धी के तौर पर इसको देखा जा रहा है कि मोहम्दाबाद जैसे छोटे कसबे को ट्रामा सेंटर मिलना अपने आप में एक बड़ी बात है।
सूत्रों की माने तो कौमी एकता दल का सपा से विलय नहीं हुआ। मगर आने वाले चुनाव 2017 में गठबंधन तो हो सकता है। मुख्यमंत्री ने कुछ दिन पहले विधायक मुख्तार व विधायक सिबगतुल्लाह अंसारी से करीब 40 मिनट अपने कक्ष में अकेले बात की। गुरुवार को कैबिनेट की बैठक में मुख्यमंत्री ने मुहम्मदाबाद में ट्रामा सेंटर खोलने की मंत्रिमंडल की मंजूरी से अंसारी बंधुओं के विरोधियों का मुंह बंद कर दिया। सरकार ने कौमी एकता दल के विपक्ष में होने के कारण लगभग साढ़े चार साल तक मुहम्मदाबाद विधानसभा को कुछ भी नही मिला था। यहां तक की इस क्षेत्र के सड़कों की मरम्मत भी नही हुई थी। लेकिन लोक निर्माण मंत्री शिवपाल यादव के भगीरथ प्रयास से एक बार फिर कौमी एकता दल और सपा का दिल मिलने लगा है। जिसके चलते मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने करोंड़ों रुपयों की लागत से बनने वाले ट्रामा सेंटर के निर्माण को कैबिनेट की बैठक में पास करा दिया। यह ट्रामा सेंटर राष्ट्रीय राजमार्ग 19 पर मुहम्मदाबाद के पुराने अस्पताल को तोड़कर बनाया जायेगा। इस संदर्भ में क्षेत्रीय विधायक सिबगतुल्लाह अंसारी ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए कहा कि इस पिछड़े क्षेत्र में दुर्घटना में आहत हुए लोगों को इलाज में बड़ी सुविधा मिलेगी। राजनैतिक पंडित इस घोषणा पर कहने लगे कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का उड़न खटोला ट्रामा सेंटर के बहाने मुहम्मदाबाद में उतरेगा।
जो भी हो, कभी बाहुबली तो कभी कुछ और तमगा देकर मुख़्तार अंसारी के विरोधी उनको हमेशा निशाने पर लिए रहते है। हकीकत की ज़मीन पर भले ही सच कुछ भी हो मगर विरोधियो की ज़ुबान हमेशा ज़हर उगलने को मुख़्तार अंसारी पर तैयार रहती है। अब मुख़्तार की लगातार इस दूसरी उपलब्धी ने उनके विरोधियो का जहा एक तरफ मुह बंद कर दिया है वही आम जनता में चर्चाओं का बाजार गर्म है और जनता मुख़्तार को दुआएं देती दिखाई दे रही है। इतिहास के पन्नो को अगर उल्टा जाय तो मुख़्तार हमेशा अपने क्षेत्र के लिए उत्कृष्ट कार्यो हेतु भी जाने जाते रहे है। उदाहरंतार्थ मऊ जैसे छोटे जनपद का नाम पूरे प्रदेश में सर्वाधिक बिजली मिलने वाले जिलों में होना, वही गृह जनपद ग़ाज़ीपुर को भी ऐसी सुविधा मुहैया रही है। सब मिलकर ये कहा जा सकता है कि जनता के लिए मुख़्तार का रोल एकदम अलग ही रहा है। सूत्रों की माने तो आज भी इतने वर्षो से जेल में रहने के बावजूद मुख़्तार द्वारा साल में कई गरीब लड़कियों की शादी विवाह का पूरा खर्चा उठाया जाता है।